हिंदू धर्म में हर एक त्योहार का अपना अलग ही महत्व होता है. अभी हाल ही में दिवाली का त्योहार बीता है और आज आंवला नवमी है. इस दिन लोग आंवले के पेड़ की पूजा करते हुए उसकी परिक्रमा करते हैं. कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का प्रारंभ 01 नवंबर दिन मंगलवार को रात 11 बजकर 04 मिनट पर हो चुका है और यह तिथि आज 02 नवंबर को रात 09 बजकर 09 मिनट तक मान्य है. उदयातिथि की मान्यता के अनुसार, आंवला नवमी आज है. आइए आपको बताते हैं कि आंवला नवमी की पूजा का शुभ मुहूर्त क्या है और इसकी सही विधि क्या है.
आंवला नवमी पूजा मुहूर्त 2022
जानकारी के मुताबिक, आज आंवला नवमी पर पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 06 बजकर 34 मिनट से दोपहर 12 बजकर 04 मिनट तक है. आज आपको आंवला नवमी की पूजा के लिए सााढ़े पांच घंटे का समय प्राप्त हो रहा है.
आंवला नवमी की पूजा विधि
1. आज प्रात: स्नान के बाद आंवला नवमी व्रत और पूजा का संकल्प करें. फिर आंवले के पेड़ के नीचे पूजा की व्यवस्था करें.
2. अब आप शुभ मुहूर्त में आंवले के पेड़ की पूजा करें. सबसे पहले आंवले के पेड़ की जड़ में जल और दूध अर्पित करें. फिर फूल, अक्षतृ, रोली, चंदन, फल, मिठाई आदि अर्पित करें.
3. इसके पश्चात रक्षा सूत्र या कच्चा सूत लेकर पेड़ में लपेट दें. उसके साथ 8 बार या 108 बार परिक्रमा करते हुए सूत पेड़ में लपेटना चाहिए.
5. अब आप भगवान विष्णु का ध्यान करके उनकी भी पूजा अर्चना कर लें. जीवन में सुख, शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना करें.
5. पूजा के समापन के बाद आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर परिजनों के साथ भोजन करें. विष्णु कृपा से आपके परिवार की उन्नति होगी.
6. कहा जाता है कि आज के दिन आंवले के पेड़ से अमृत की बूंदें टपकती हैं, इसलिए उत्तम स्वास्थ्य के लिए पेड़ के नीचे बैठने और भोजन करने की परंपरा है.
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