महिला सुरक्षा का दावा करने वाली यूपी पुलिस के कुछ जवानों की वजह से पूरे विभाग पर सवाल उठने लगते हैं। मामला अमरोहा जिले का है, जहां एक सिपाही ने अधिवक्ता से शादी का झांसा देकर दुष्कर्म जैसी वारदात को अंजाम दिया। आरोपित सिपाही ने पीड़िता का जबरन गर्भपात भी कराया। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने सिपाही उसके दो भाई और भाभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। एसपी सुनीति ने आरोपी सिपाही को निलंबित कर दिया
ये है पूरा मामला
अमर उजाला अखबार की खबर के मुताबिक, अमरोहा जिले की कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ले का है। यहां रहने वाली युवती वर्ष 2019 से कचहरी में प्रैक्टिस कर रही है। इसी बीच उसके मुलाकात डिडौली कोतवाली में तैनात पैरोकार सिपाही रवि चौधरी से हुई। पीड़ित अधिवक्ता का आरोप है कि शादीशुदा सिपाही रवि ने खुद को अविवाहित बताकर अधिवक्ता को प्रेमजाल में फंसा लिया।
जिसके बाद अपने प्रेम जाल में फंसा कर वो पीड़िता से लगातार दुष्कर्म करता रहा। कई बार मुरादाबाद जिले के होटलों में वो उसे ले गया, जहां उससे शारीरिक संबंध बनाए। जब पीड़िता ने शादी की बता कही तो वो टाल मटोल करने लगा। इसी दौरान अधिवक्ता के सामने सिपाही के शादीशुदा होने की बात सामने आई। सिपाही की पत्नी भी महिला सिपाही है, जो बिजनौर में तैनात है।
एसपी ने किया सस्पेंड
जिसके बाद महिला अधिवक्ता ने सिपाही पर दबाव बनाया तो उसने शादी के फर्जी कागज तैयार कराकर हाईकोर्ट में कोर्ट मैरिज करने को कहा। इसके बाद भी उसने शादी नहीं की। पीड़िता ने आरोपी सिपाही के भाई संदीप राठी, सोनू और उसकी भाभी नीलम ने दो लाख रुपये लेकर मुंह बंद करने की बात कही। अधिवक्ता का आरोप है कि सिपाही ने जबरन उसका दो महीने का गर्भपात करा दिया। फिलहाल सभी सबूतों को देखते हुए एसपी ने सिपाही को सस्पेंड कर दिया।
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