अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रविवार को सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि, अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वह अपना पद्म भूषण सम्मान सरकार को लौटा देंगे. 81 वर्षीय अन्ना हजारे की भूख हड़ताल का आज 6 वां दिन है. कल रविवार को एनडीए गठबंधन में भाजपा के साथी दल शिव सेना ने अन्ना हजारे की मांगों का समर्थन करने की घोषणा की. साथ ही शिवसेना ने अन्ना से समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण का अनुसरण करते हुए भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व संभालने की अपील की.
गौरतलब है कि, अन्ना हजारे ने अपनी भूख हड़ताल की शुरुवात बुधवार को अहमदनगर जिले में स्थित अपने पैतृक गांव रालेगण सिद्धि से किया था. अन्ना की मांग है कि लोकपाल और लोकायुक्तों की नियुक्ति की जाए तथा किसानों के मुद्दे पर संकल्प पत्र पेश किया जाए. अन्ना ने मोदी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, इन्होने लोगों विश्वास तोड़ा है. अन्ना ने कहा है कि, अगले कुछ दिनों में अगर उनकी मांगे नहीं मानी तो वह देश का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म भूषण लौटा देंगे. जो उन्हें 1992 में दिया गया था.
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बिगड़ रहा अन्ना हजारे का स्वास्थ्य
रविवार को डॉ. धनंजय पोटे ने अन्ना की स्वास्थ्य जांच करने के बाद बताया कि खाना नहीं खाने के कारण उनका 3.8 किलोग्राम वजन कम हो चुका है और ब्लड प्रेशर, ब्लड शुगर व यूरिन में क्रिएटिन का स्तर भी लगातार बढ़ रहा है. इससे पहले अन्ना की मांगों के समर्थन में करीब 110 प्रदर्शनकारियों ने रालेगण सिद्धि से 38 किलोमीटर दूर परनार तहसील क्षेत्र के गांव सूपा में अहमदनगर-पुणे हाईवे पर जाम लगा दिया। दोनों तरफ वाहनों की 6-6 किलोमीटर लंबी लाइन लगने के कई घंटे बाद पुलिस ने किसी तरह यह जाम खुलवाया.
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