अर्नब को महाराष्ट्र पुलिस ने ‘बेल्टों से पीटा’, लोग बोले- कांग्रेस ने ऐसा बर्ताब तो आंतकियों के साथ तक नहीं किया

दो साल पुराने बंद मामले को शुरू कर महाराष्ट्र पुलिस (Maharashtra Police) ने बुधवार को रिपब्लिक टीवी (Republic TV) के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) को गिरफ्तार किया है. अर्नब ने पुलिस पर मारपीट जैसे बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं. अर्नब से बदसलूकी के कई वीडियों सोशल मीडिया पर वायरल भी हो रहे हैं, रिपब्लिक टीवी का दावा है कि अर्नब को महाराष्ट्र पुलि ने बेल्टों से पीटा है. जिसे लेकर यूजर्स बेहद गुस्से में नजर आ रहे हैं और महाराष्ट्र पुलिस की जमकर आलोचना कर रहे हैं. कुछ यूजर्स का कहना है कि कांग्रेस सरकार ने कभी ऐसा बर्ताव तो कभी आतंकियों के साथ भी नहीं किया.



रिपब्लिक टीवी ने अर्नब के घर के लाइव फुटेज भी दिखाए, जिसमें पुलिस और अर्नब के बीच झड़प होती दिख रही है. अर्नब ने पुलिस पर उनके और उनके सास-ससुर, बेटे और पत्नी के साथ मारपीट का आरोप लगाया. रिपब्लिक टीवी का दावा है कि अर्नब को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पहले ही बंद किया जा चुका है.


मुंबई पुलिस पर अर्नब के साथ मारपीट का आरोप

बता दें कि रिपब्लिक टीवी के मुताबिक बुधवार सुबह बिना समन के कुछ पुलिस अधिकारी अर्नब के आवास पर पहुंचे और बिना किसी दस्तावेज के, उनके घर के अंदर घुसकर उनके साथ मारपीट की. इसके बाद मुंबई पुलिस ने उन्हें बिना किसी पूर्व सूचना के एक पुराने केस में गिरफ्तार कर लिया जो बंद हो चुका था और अपने साथ अलीबाग ले गई. जब अर्नब को जबरदस्ती पुलिस वैन में बिठाया जा रहा था, तब उन्होंने कैमरे को देखकर कुछ बोलने की कोशिश की. वैन की खिड़की से अर्नब ने कहा कि उन्होंने मेरे बेटे के साथ मारपीट की. मेरे रिश्तेदारों से मिलने नहीं दिया. मेरे साथ मेरे घर में मारपीट की गई. मैं चाहता हूं कि भारत की न्याय व्यवस्था और देश के लोग इसे देखें.


पत्नी ने सुनाई आपबीती

सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर और अर्नब की पत्नी सम्यब्रता रे गोस्वामी ने कहा कि पुलिस ने अर्नब गोस्वामी के साथ गलत व्यवहार किया और जांच अधिकारी ने अर्नब को ये कहते हुए धमकी दी कि “मैं कुछ भी कर सकता हूं. घटना के समय घर में मौजूद सम्यब्रता ने कहा, “8 बजे के करीब, लगभग 10 पुलिसकर्मी अंदर आए। हम कल रात लगभग 1.15 बजे घर आए थे, इसलिए हम सो रहे थे और हमने कहा कि प्लीज हमें 10-15 मिनट दे दो। अर्नब की तबियत ठीक नहीं थी, उन्हें अपनी दवाइयों की ज़रूरत थी, लेकिन मुंबई पुलिस के लिए 20 मिनट का समय बहुत ज्यादा था, वह दरवाजा पीटते रहे.”


अर्नब के बालों को खींचते हुए की मारपीट

पत्नी ने बताया कि “हमारे कैमरे तब तक चालू नहीं थे, लेकिन उन्होंने अर्नब की पिटाई कर दी, उन्होंने अपने भी कैमरे बंद कर दिए. उन्होंने उन्हें बालों से पकड़ रखा था. अर्नब ने कहा कि उन्हें वकील चाहिए. उन्होंने मुझे कुछ कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया. उन्होंने फिर उसे मेरे हाथ से छीन लिया और फाड़ दिया. मुझे भारत की सभी अदालतों की जरूरत है लेकिन उन्होंने कहा कि आप नहीं लिख सकते. उन्होंने अर्नब से कहा कि वे उन्हें रायगढ़ पुलिस स्टेशन ले जाएंगे. लगभग 20 मिनट तक अर्नब कहते रहे कि मुझे दवाइयां लेने दो, हम अपने माता-पिता को भी नहीं बता सके, वहां महिला पुलिसकर्मी थी जिन्होंने हमें रोका.


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