दिल्ली (Delhi) की अरविंद केजरीवाल सरकार (Arvind Kejriwal) पर कोविड काल के दौरान स्वास्थ्य उपकरणों की खरीद में भारी घोटाले का आरोप लगा है. यह आरोपी बीजेपी नेता कपिल मिश्रा (Kapil Mishra) ने लगाया है. मिश्रा ने दिल्ली के काटजू मार्ग थाने में तहरीर देकर स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain) के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है. बीजेपी नेता ने पनी तहरीर के साथ बिलों के सबूत भी अटैच किए हैं, जिसके मुताबिक दिल्ली सरकार ने कोरोना काल में मार्केट रेट से कई गुना महंगे दामों पर मेडिकल उपकरण खरीदे हैं.
कपिल मिश्रा ने तहरीर में बताया कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन द्वारा जनता के पैसे की सरेआम लूट की गई. भारत सरकार की बनाई गई पॉलिसी की जानबूझकर अनदेखी की गई. दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार के जेम पोर्ट पर दिए गए मूल्य से कई गुना अधिक दामों पर मेडिकल उपकरण खरीदे गए, और अपने व्यापारी मित्रों के साथ मिलकर घोटाले को अंजान दिया.
कपिल मिश्रा ने वीडियो शेयर कर बताया कि मल्टीपैरा मॉनिटर की जेम पोर्टल पर कीमत 92200 रूपए उसे दिल्ली सरकार ने 328000 रूपए में खरीदी है. इकोकल डोपलर जेम पोर्टल पर है 22,50,000 रूपए का है और इसे 38,00000 रूपए में खरीदा है. उन्होंने आगे बताया कि जेम पोर्टल पर थेरेपी यूनिट का दाम 1,28,700 रूपए और इसे दिल्ली सरकार ने 2,73,278 रूपए में खरीदा गया है. ऐसे ही नियोनाइटल वेंटीलेटर 18,50,000 रूपए का है और इसे 41, 29, 840 रूपए में खरीदा गया है.
कपिला मिश्रा ने कहा कि यह कॉमनवेल्थ घोटाले जैसा है. उन्होंने कहा कि यह विषय अत्यंत गंभीर है क्योंकि खरीदे गए मेडिकल उपकरणों में घोटाला कोरोना काल में आम जनमानस की जान की सुरक्षा हेतु खरीदे जाने की आड़ में किया गया है. मुझे लगता है दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जवाब देना चाहिए कि कोरोना काल में इतना भयानक भ्रष्टाचार क्यों किया गया और इसकी जिम्मेदारी किसकी है.
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