कमल हासन के गोडसे वाले बयान पर भड़की बीजेपी, चुनाव आयोग से की FIR दर्ज करने की मांग

चेन्नई की एक चुनावी रैली में अभिनेता से नेता बने और मक्कल निधि माय्य्म के संस्थापक कमल हासन द्वारा नाथूराम गोडसे को हिन्दू आतंकवाद से जोड़ने पर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने इसे लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है.


अश्विनी उपाध्याय ने बताया कि कमल हासन द्वारा यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है. उन्होंने कहा बयान का उद्देश्य, टामिंग और जगह मायने रखती है. हासन मुस्लिम बाहुल्य इलाके में हिन्दुओं को आतंकवादी बताकर इसका राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं. ऐसे बयानों से सामाजिक सौहार्द बिगड़ता है जो कि आचार संहिता का सीधा-सीधा उल्लंघन भी है.


उपाध्याय ने चुनाव आयोग से कमल हासन के प्रचार पर पांच दिनों के बैन की मांग की है, इतना ही नहीं उपाध्याय ने हासन पर एफआइआर दर्ज करने के साथ-साथ उनकी पार्टी की वैद्यता रद्द करने की मांग भी की है. बीजेपी नेता ने कार्यवाई न होने पर कोर्ट जानें की बात कही है.


बता दें कि चेन्नई में चुनाव अभियान के दौरान कमल हासन ने कहा था “स्वतंत्र भारत का पहला आतंकवादी हिंदू था. उसका नाम नाथूराम गोडसे है”. हासन ने कहा, “मैं यह नहीं कह रहा हूं क्योंकि यह एक बड़ी मुस्लिम आबादी वाला इलाका है, मैं गांधी की प्रतिमा के सामने यह कह रहा हूं. उन्होंने कहा कि मैं आज उस हत्या पर सवाल उठा रहा हूँ इसे ऐसे समझो.


वैसे ये कोई पहली बार नहीं है कि कमल हासन ने कोई विवादित बयान दिया हो, इससे पहले इसी साल 18 फरवरी को कमल हासन ने कश्मीर में जनमत संग्रह की वकालत की थी. चेन्नई में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, ‘हमारे जवान क्यों शहीद होते हैं? हमारी सरहदों की रखवाली करने वाले क्यों अपनी जान गंवाते हैं? यदि भारत और पाकिस्तान, दोनों देशों के नेता समझदार हो जाएं तो ऐसा नहीं होगा. भारत कश्मीर में जनमत संग्रह क्यों नहीं करवाता? भारत के नेता ऐसा करने से डरते क्यों हैं?’ हासन के इस बयान पर उनकी जमकर आलोचना हुई थी.


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