अश्विनी उपाध्याय को मिला प्रथम श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय अखंडता सम्मान, बीजेपी नेता ने सांसदों से पूछे 10 सवाल

पीआईएल मैन नाम से मशहूर भाजपा नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय (Ashwini Upadhyay) को प्रथम श्यामा प्रसाद मुखर्जी राष्ट्रीय अखंडता सम्मान से नवाजा गया है, उन्हें यह पुरस्कार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के हाथों दिया गया. उपाध्याय को राष्ट्रहित में दाखिल की गईं उनकी याचिकाओं के लिए यह सम्मान मिला हैं. कार्यक्रम का आयोजन ‘हिंदू इकोसिस्टम’ के बैनर तले हुआ. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपाध्याय ने सभी सांसदों से 10 सवाल पूछे हैं.


क्या हैं उपाध्याय के 10 सवाल ?

  1. अंग्रेजी कानून कब समाप्त होंगे?
  2. सिटीजन चार्टर कानून कब बनेगा?
  3. ज्यूडिशियल चार्टर कब लागू होगा?
  4. घुसपैठ नियंत्रण कानून कब बनेगा?
  5. धर्मांतरण नियंत्रण कानून कब बनेगा?
  6. जनसंख्या नियंत्रण कानून कब बनेगा?
  7. एक देश – एक शिक्षा बोर्ड कब बनेगा?
  8. एक देश – एक सिलेबस कब लागू होगा?
  9. एक देश – एक दंड संहिता कब लागू होगी?
  10. एक देश – एक नागरिक संहिता कब बनेगी?

इसके अलावा उपाध्याय ने अपील करते हुए कहा कि हिंदू इकोसिस्टम हर क्षेत्र में इसी तरह कार्यरत लोगों को प्रोत्साहित करे, वहीं दिए गए सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने संस्था की जमकर तारीफ की. उपाध्याय के अलावा तीन अन्य प्रसिद्ध वकीलों को ‘संविधान के रक्षक’ सम्मान से सम्मानित किया गया. दिल्ली दंगों का सच सामने लानी वाली वकील मोनिका अरोड़ा, महाराष्ट्र में धर्म परिवर्तन व आतंक के खिलाफ काम करने वाले वकील वीरेंद्रइचल करनजीकर को तथा पर्यावरण व अनेक संवैधानिक विषयों पर काम करने काले सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता ऑन रिकॉर्ड अश्विनी दुबे को ये सम्मान दिए गए.


केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने हिंदू इकोसिस्टम के मिशन को सराहा और आज के परिपेक्ष में इसकी जरूरत बताई. इकोसिस्टम के संस्थापक बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के इस प्रयास के लिए सभी को मिल कर साथ देने की बात कही. वहीं कपिल मिश्रा ने हिन्दू इकोसिस्टम के मिशन व विज़न को सबके सामने रखा तथा दिए गए सम्मान के बारे में बताया. उन्होंने संस्था के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि अभी तक हिन्दू इकोसिस्टम के 10 लाख से अधिक लोग मेंबर बन चुके हैं, वहीं इस साल के अंत तक यह संस्था 20 से 30 लाख सदस्यों वाली हो जाएगी.


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