भाजपा नेता की सीताराम येचुरी को रामायण-महाभारत पर बहस की खुली चुनौती

मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता सीताराम येचुरी के ‘रामायण और महाभारत’ को लेकर दिए गए विवादित बयान को लेकर देश भर में विरोध का सामना करना पड़ रहा है. बीजेपी नेता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता अश्विनी उपाध्याय ने सीताराम येचुरी को बहस की खुली चुनौती दी है. उपाध्याय ने इसके लिए येचुरी को तारीख, स्थान और समय तय करने को कहा है.


शुक्रवार को अश्विनी उपाध्याय ने ट्विटर पर लिखा “प्रिय सीताराम येचुरी जी, यह अच्छा है कि आपने क़ुरान और बाइबिल केअतिरिक्त रामायण और महाभारत भी पढ़ी है. मैं आपके साथ हिंदुत्व, ईसाई धर्म और मुस्लिम धर्म पर बहस करना पसंद करूँगा. तारीख, स्थान और समय आप तय करें”.



बता दें कि लोकसभा चुनाव का पांचवां चरण आते-आते विवादित बयानों की बाढ़ सी आ गयी है. चुनाव आयोग कई बयानों पर एक्शन ले चुका है लेकिन नेताओं के धर्म के नाम पर बदजुबानी हैं कि रुकने का नाम ही नहीं ले रही है. इसी कड़ी में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने हिन्दू धर्म को लेकर बेहद विवादित बयान दिया है. दरअसल, भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह का चुनाव प्रचार करने आए सीपीएम नेता सीताराम येचुरी ने हिंदू और हिंसा को लेकर अपनी राय रखी जिसकी अब देशभर में आलोचना की जा रही है.


सीताराम येचुरी ने कहा “एक प्रचारक होने के नाते, आप महाकाव्यों का वर्णन करते हैं और फिर भी दावा करते हैं कि हिंदू हिंसक नहीं हो सकते? इसके पीछे क्या तर्क है? एक धर्म है जो हिंसा में शामिल है और हम हिंदू कहते हैं हम ऐसे नहीं हैं. रामायण और महाभारत भी लड़ाई और हिंसा से भरी हुई थी. येचुरी ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले पांच साल में देश में एक तरफ संवैधानिक और जनतांत्रिक मूल्याें का पतन हुआ है”.


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