अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर के निर्माण (Construction of Ram Temple) कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को इसके निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। वहीं, मंगलवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंदिर निर्माण कार्य का मीडिया को भी अवलोकन कराया और निर्माण कार्य के बारे में जानकारी भी दी।
राम मंदिर के निर्माण कार्य में लगे टाटा के इंजीनियर विनोद कुमार शुक्ला ने बताया कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति की देखरेख में कार्य ने गति पकड़ ली है। उन्होंने कहा कि नवंबर 2023 तक काम पूरा हो जाएगा। हमारा लक्ष्य इसको दिसंबर 2023 तक श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति को हैंडओवर कर दें।
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उन्होंने कहा कि मंदिर के मुख्य गर्भ गृह के साथ ही अन्य का नींव का काम पूरा होकर अब धरातल पर आ गया है। गर्भ गृह में लोअर पोरशन का काम हो गया है, अब ऊपर का काम हो रहा है। यहां पर 70 फीट नीचे से काम प्रारंभ किया गया था जो चारों तरफ धरातल पर दिखने लगा है। अब प्रथम तक पर पत्थर के ब्लाक का काम चल रहा है। यहां पर आंध्र प्रदेश तथा कर्नाटक के ग्रेनाइट पत्थरों का भी काम प्रारंभ हो गया है।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति का लक्ष्य वर्ष 2024 तक मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार का भी काम पूरा करने का लक्ष्य है। माना जा रहा है कि वर्ष 2024 तक अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का काम पूरा हो जाएगा। विश्व भर से श्रीराम के भक्त अपने आराध्य तथा उनके दरबार का दर्शन कर सकेंगे।