Ayodhya Deepotsav 2025:अयोध्या (Ayodhya) में इस बार का दीपोत्सव ऐतिहासिक बनने जा रहा है। पर्यटन विभाग ने घोषणा की है कि सरयू तट और राम की पैड़ी सहित अन्य घाटों पर 26 लाख से अधिक दीयों को एक साथ जलाकर नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। 2017 से शुरू हुए इस दिव्य आयोजन की परंपरा को और भव्यता देने के लिए सरकार व प्रशासन पूरी ताकत से तैयारियों में जुटा है।
सरयू तट पर होगी अब तक की सबसे बड़ी आरती
दीपोत्सव के दौरान सरयू तट पर 1100 से अधिक संत-महात्माओं, धर्माचार्यों और स्थानीय लोगों की मौजूदगी में अब तक की सबसे विशाल आरती का आयोजन होगा। यह आयोजन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से अयोध्या की पहचान को और मजबूत करेगा। आयोजन स्थल पर तीन दिन पहले से ही तैयारियां शुरू कर दी जाएंगी, ताकि गिनीज बुक के मानकों के अनुसार हर पहलू को सुचारू रूप से क्रियान्वित किया जा सके।
छात्र-स्वयंसेवकों की अहम भूमिका
गिनीज रिकॉर्ड के लिए दीयों की सजावट, गिनती, जलाने और सत्यापन जैसी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को छात्र-स्वयंसेवक निभाएंगे। इन कार्यों में वे गिनीज बुक के निर्धारित मापदंडों का पालन करते हुए पूरी सटीकता से सहभागिता करेंगे। आयोजन के सफल संचालन के लिए पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन, अवध विश्वविद्यालय और अन्य संस्थाएं मिलकर काम कर रही हैं।
दुनिया भर में अयोध्या की पहचान होगी मजबूत
पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह और प्रमुख सचिव मुकेश कुमार मेश्राम ने बताया कि दीपोत्सव केवल एक सांस्कृतिक उत्सव नहीं, बल्कि अयोध्या की वैश्विक पहचान को और मजबूती देने का एक माध्यम है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद यह दूसरा दीपोत्सव होगा, जिसे और अधिक दिव्यता और भव्यता से मनाने की तैयारी की जा रही है।

















































