समाजवादी पार्टी के नेता आजम खान ने गुजरात में स्टेच्यू ऑफ यूनिटी के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तंज कसा। उन्होंने कहा कि मेरे ख्याल से इन पैसों की कोशिश इस बात की होनी चाहिए थी कि हम इस पैसे को गोरखपुर के उन मासूम बच्चों पर लगाते जो मारे गए, हम उन बच्चियों पर खर्च करते जिनका चार साल की उम्र में दुष्कर्म हुआ। इस दौरान आजम खां ने पीएम मोदी से दाढ़ी थोड़ी और बढ़ाने की सलाह तक दे डाली।
पीएम मोदी पर आजम का तंज, कहा- इमामत के लिए बढ़ाएं दाढ़ी
जानकारी के मुताबिक, आजम खान ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि अब मोदी जी मस्जिदों में भी जाने लगे हैं, टोपी तो ओढ़ने ही लगे हैं साफा भी बांधने लगे हैं, जो इमाम बांधते हैं। पीएम मोदी कुरान शरीफ की आयतें भी पढ़ने लगे हैं तो अब दाढ़ी का साइज ही रह गया है थोड़ा सा दाढ़ी का साइज बढ़ जाये तो इमामत के काबिल हो जायेंगे पीएम मोदी।
इस दौरान आजम खां ने आरएसएस पर भी जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल फ्रीडम फाइटर थे और आरएसएस आजादी के पक्ष में नहीं है। उनका कहना है कि ये दो किनारे थे लिहाजा न तो आरएसएस सरदार वल्लभ भाई पटेल को मिलाया जा सकता है और न पटेल के चरित्र की कुर्बानियों आरएसएस से मिलाया जा सकता है।
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स्टेच्यू ऑफ यूनिटी की खासियत
बता दें कि स्टेच्यू ऑफ यूनिटी का कुल वजन 1700 टन है और ऊंचाई 522 फिट यानी 182 मीटर है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की यह प्रतिमा अपने आप में अनूठी है। इसके पैर की ऊंचाई 80 फिट, हाथ की ऊंचाई 70 फिट, कंधे की ऊंचाई 140 फिट और चेहरे की ऊंचाई 70 फिट है।
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जानकारी के मुताबिक, इस मूर्ति का निर्माण राम वी. सुतार की देखरेख में हुआ है। इसे बनाने में 2,989 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं और इसे भारत की लार्सन एंड टुब्रो (L&T) कंपनी ने बनाया है। सरदार पटेल की ये मूर्ति सरदार सरोवर बांध से 3.2 किलोमीटर दूर साधू बेट नाम के स्थान पर है जो नर्मदा नदी पर एक टापू है।
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2012-13 में इस मूर्ति की नींव तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखी थी और आज उन्होंने प्रधानमंत्री के तौर पर इस मूर्ति का अनावरण किया। इस मूर्ति को बनाने में 3000 से ज्यादा लोग और 250 से ज्यादा इंजीनियरों ने काम किया है।