उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) से गिरफ्तार आईएसआईएस (ISIS) के संदिग्ध सबाउद्दीन आजमी (Sabauddin Azmi) से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हुए हैं। आजमी आजमगढ़ के आमिलो इलाके से सभासद का चुनाव लड़ चुका है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक, सबाउद्दीन आजमी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम का सक्रिय सदस्य रहा है। पार्टी की रैलियों में वह लगातार शामिल होता था।
सबाउद्दीन के निशाने पर कई आरएसएस नेता
पूछताछ में पता चला है कि सबाउद्दीन आजमी के निशाने पर आरएसएस नेता भी थे। उन्हें निशाना बनाने के लिए उसने व्हाट्सएप पर आरएसएस नाम से एक ग्रुप भी बनाया था। इसमें वह आरएसएस नेताओं को लगातार जोड़ रहा था। सुरक्षा एजेसियों के मानना है कि इसके जरिए वह आरएसएस नेताओं के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने का प्रयास कर रहा था। उसके पास से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी सीज की गई है। अब उसकी फॉरेंसिक जांच कराई जाएगी। इस जांच से पता चलेगा कि उसने अब तक किन नेताओं के बारे में जानकारी एकत्र की है।
टेलीग्राम चैनल नूपुर शर्मा को टारगेट करने की बात
वहीं, अल सर मीडिया नाम के टेलीग्राम चैनल की भी बात सामने आई है। इस ग्रुप से भी सबाउद्दीन के जुड़ाव का दावा किया जा रहा है। इस ग्रुप में नुपूर शर्मा के विवादित बयान को लेकर उर्दू और इंग्लिशन में एक पोस्टर शेयर किया गया था। इसमें नुपूर शर्मा को टारगेट करने की बात लिखी गई थी।
कश्मीरी आतंकियों से जुड़ी जानकारियों से लेकर भारतीय सेना को निशाने बनाने तक की बात यहां की जा रही थी। टेलीग्राम ग्रुप को खताब कश्मीरी नाम के कोड नेम से लीड किया जा रहा था। एजेंसियों का दावा है कि यह हैंडलर अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा से अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने की कोशिश कर रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि आतंकी खताब कश्मीरी ने सबाउद्दीन को कट्टरपंथी बनने के लिए उकसाया। उसका माइंड वॉश किया। इसके बाद उसका दूसरे आतंकियों से परिचय कराया गया। गाजीपुर फूल मंडी के आरडीएक्स केस में भी खताब कश्मीरी का नाम सामने आया था। उसने दावा किया था उसके स्लीपर सेल ने आईईडी रखी थी और देश में आतंकी धमाकों की धमकी दी थी।
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