आज ज्येष्ठ माह का पहला बड़ा मंगल (Bada Mangal) है। इस बार ज्येष्ठ माह में 5 बड़े मंगल हैं। बड़ा मंगल का जो उत्साह लखनऊ (Lucknow) में दिखता है, वैसा नज़ारा देश में कहीं नजर नहीं आता है। बड़ा मंगल मूलत: अलीगंज के पुराने मंदिर की देन है। राजधानी में बड़ा मंगल बहुत ही खास अंदाज में मनाया जाता है। सुबह से लेकर देर रात तक मंदिरों में भीड़ उमड़ती है। मंदिरों के बाहर मेले जैसा नजारा रहात है। लखनऊ के चौक चौराहों पर आज बड़े मंगल के दिन चार हज़ार से अधिक भंडारों का आयोजन किया गया है, इन भंडारों में रिक्शे वाले से लेकर बीएमडब्ल्यू वाले लाइन में लगकर प्रसाद लेते हुए देखे जा सकते हैं।
आशुतोष टंडन और पूर्व कैबिनेट मंत्री ने वितरित की पूड़ी सब्जी
लखनऊ के पॉश इलाके गोमतीनगर (Gomtinagar) के विभूतिखंड में बड़ा मंगल के अवसर पर भंडारे का अयोजन किया गया। यह भंडारा इस लिहाज से महत्वपूर्ण रहा क्योंकि इसमें बीजेपी के कई बड़े मंत्रियों ने अपने हाथों से लोगों को पूड़ी-सब्जी और मीठी बूंदी वितरित की।
भाजपा से लखनऊ के पूर्व विधायक आशुतोष टंडन (Ashutosh Tandon) जहां लोगों को मीठी बूंदी बांटते दिखे तो वहीं योगी सरकार में जल शक्ति मंत्री रहे डॉ. महेंद्र सिंह (Mahendra Singh) पूड़ी सब्जी वितरित करते नजर आए।
बड़ा मंगल की ये है मान्यता
बड़े मंगल पर भंडारों का आयोजन लखनऊ में नवाबों के दौर से होता रहा है। मान्यता है कि नवाब वाजिद अली शाह की मां ने बेटे के जन्म के लिए बजरंग बली के मंदिर में प्रार्थना की थी, जिसके बाद मंगलवार को वाजिद अली शाह का जन्म हुआ और उनका निक नेम मंगलू भी था। फिर उनकी मां ने भंडारे का आयोजन किया था।
नवाबी दौर में शाही खजाने से भंडारों का आयोजन होता था। तभी से लखनऊ में बड़े मंगल पर भंडारों का आयोजन होता आ रहा है और अब तो ये हालत है कि किसी एक चौराहे पर एक से ज्यादा भंडारों का आयोजन देखा जा सकता है।