उत्तर प्रदेश के बागपत (Baghpat) जिले में एक 10वीं कक्षा की छात्रा का अपहरण करने वाले मुस्लिम युवकों (Muslim Youths) के खिलाफ कार्रवाई न करने पर पुलिस फंसती नजर आ रही है। पीड़ित छात्रा के पिता ने एसपी को शिकायती पत्र देकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। पीड़िता के पिता का आरोप है कि 2 आरोपियों ने बेटी के साथ दुष्कर्म किया है। पुलिस ने आरोपियों पर बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का मुकदमा दर्ज कर उन्हें खुला छोड़ दिया। बेटी को बरामद करने के बाद पुलिस ने उसका मेडिकल भी नहीं कराया था। पिता की शिकायत पर एसपी ने सीओ बड़ौत को जांच के आदेश दिए हैं।
कस्बे के एक मोहल्ला निवासी पीड़ित पिता ने मंगलवार को एसपी को दिए शिकायती पत्र में बताया कि उनकी बेटी 10वीं कक्षा में पढ़ती है। पांच महीने पहले उसके मोहल्ले में रहने वाले मुस्लिम परिवार ने बेटी को अगवा कर नमाज पढ़वाने और धर्मांतरण कराने की धमकी दी थी।
इसके बाद आरोपियों ने 17 जुलाई की सुबह घर के पास से ही बेटी को अगवा कर लिया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने रुकसाना, उसके बेटे जावेद, शादीशुदा बेटी छबिला के अलावा हिलवाड़ी के वसीम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने 18 जुलाई को आरोपियों के चंगुल से बेटी को बरामद कर लिया था।
पीड़िता के पिता का आरोप है कि पुलिस ने मनमर्जी से कार्रवाई करते हुए बेटी का मेडिकल भी नहीं कराया और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया। आरोपी अपने घरों में रह रहे हैं। आरोप है कि उनकी बेटी के साथ 2 युवकों ने गैंगरेप किया है। अब आरोपी उस पर पांच लाख रुपए लेकर समझौता करने का दबाव बना रहे हैं।
वहीं, इंस्पेक्टर देवेश कुमार शर्मा का कहना है कि आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज है। पीड़िता के अदालत में बयान दर्ज कराए थे, जिसमें उसने अपनी मर्जी से जाना बताया है। पीड़िता ने मेडिकल कराने से मना कर दिया था। पीड़िता ने अपहरण व दुष्कर्म के बारे में कुछ नहीं बताया। पीड़िता यदि अब मेडिकल कराना चाहती है, तो उसका मेडिकल कराया जाएगा।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )