बहराइच हिंसा: अब्दुल गैंग ने रामगोपाल मिश्रा को तलवार से काटा और मारी गोली, माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान हत्या

माँ दुर्गा की प्रतिमा विसर्जन के दौरान रविवार (13 अक्टूबर 2024) को बहराइच में भयानक हिंसा (Bahraich Violence) भड़क उठी। इस दौरान मुस्लिम पक्ष की ओर से हिंदू श्रद्धालुओं पर पत्थरबाजी और गोलीबारी की गई। हमले में 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्रा की गोली लगने से मौत (Ramgopal Mishra Death) हो गई। जिस मकान से गोली चलाई गई, वह सलमान नामक व्यक्ति का बताया जा रहा है। इस हत्याकांड में मुस्लिम समुदाय के 6 लोगों को नामजद किया गया है। रामगोपाल की हत्या के बाद जिले के कई हिस्सों में आगजनी और तोड़फोड़ हुई, जिसके चलते प्रतिमाओं का विसर्जन कुछ समय के लिए रोक दिया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं।

तलवार से हमला और गोली मारकर हत्या

यह घटना बहराइच जिले के हरदी थाना क्षेत्र की है। मृतक रामगोपाल मिश्रा के भाई हरिमिलन मिश्रा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। उन्होंने बताया कि रामगोपाल मूर्ति विसर्जन देखने महराजगंज बाजार गया था, जहाँ अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान सहित चार अन्य अज्ञात लोग मौजूद थे। इन सभी ने रामगोपाल को खींचकर घर के अंदर ले जाकर तलवार से काटा और गोली मार दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

शिकायतकर्ता हरिमिलन ने अपने भाई राजन और किशन नामक व्यक्ति के साथ आरोपितों को पहचानने का दावा किया है। पुलिस ने अब्दुल हमीद, सरफराज, फहीम, साहिर खान, ननकऊ और मारूफ अली सहित चार अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 191(2), 191(3), 190 और 103(2) के तहत कार्रवाई की जा रही है।

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हत्या के बाद आगजनी और तनाव

रामगोपाल की हत्या के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया। कई स्थानों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाएँ हुईं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बल प्रयोग किया और भीड़ को तितर-बितर किया। लोगों ने रामगोपाल का शव लेकर सड़कों पर जाम लगाया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

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एसएचओ और महसी चौकी इंचार्ज सस्पेंड

मूर्ति विसर्जन के जुलूस के साथ पुलिस बल भी मौजूद था, लेकिन इसके बावजूद यह हिंसा हुई। जिस महराजगंज इलाके में यह घटना हुई, उसे मुस्लिम बहुल क्षेत्र माना जाता है। घटना के वीडियो में पुलिस भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश करती नजर आ रही है, जबकि एक अन्य वीडियो में श्रद्धालु रामगोपाल का शव अस्पताल ले जाते दिख रहे हैं। विसर्जन जुलूस में शामिल एक बुजुर्ग व्यक्ति ने पुलिस पर लाठीचार्ज का आरोप लगाया है। घटना के बाद हरदी थाने के एसएचओ और महसी चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है।

सीएम योगी के सख्त निर्देश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने उपद्रवियों से सख्ती से निपटने और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। सांप्रदायिक तनाव के कारण प्रतिमा विसर्जन कुछ समय के लिए रोक दिया गया था। मुख्यमंत्री ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को धर्मगुरुओं के साथ मिलकर शांतिपूर्ण तरीके से विसर्जन प्रक्रिया पूरी कराने के निर्देश दिए। एसपी वृंदा शुक्ला ने बताया कि कुछ समय के व्यवधान के बाद प्रतिमाओं का विसर्जन सकुशल सम्पन्न हो गया।

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