उत्तर प्रदेश के बांदा (Banda) जनपद में मौरंग लोड ट्रक के ड्राइवर से दुर्व्यवहार करने वाले जसपुरा थाने (Jaspura Police Station) के एसएसआई प्रभुनाथ सिंह, एसआई राजबली, कांस्टेबल रवि और विक्रम को निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही मामले की जांच सीओ सदर अंबुजा त्रिवेदी को सौंपी गई, जिन्हें 72 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया है। वहीं, इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह रजावत को थाने का प्रभार सौंपा गया है।
जानकारी के अनुसार, एसआई राजबली, कांस्टेबल रवि और विक्रम की ड्यूटी मंगलवार की रात नवस्थापित अमारा चौकी क्षेत्र में गश्त में थी। एसआई ने देर रात करीब तीन बजे गश्त के दौरान मौरंग लदे 2 ट्रक पकड़े। इसके बाद दोनों ड्राइवरों को ट्रक थाने ले चलने के लिए कहा। जब ड्राइवर ट्रक थाने नहीं ले गए तो दोनों को पकड़कर थाने लाया गया। यहां एसएसआई प्रभुनाथ सिंह मौजू थे। ट्रक ड्राइवरों ने एसएसआई, एसआई और दोनों कांस्टेबल पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
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इसकी शिकायत एसपी अंकुर अग्रवाल से की गई। इसके बाद बुधवार की देर शाम एसपी ने चारों आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। साथ ही मामले की जांच सीओ सदर को दी। वहीं, पुलिस ने शिकायतकर्ता का नाम उजागर नहीं किया है। पुलिस अफसरों ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल खनन विभाग के द्वारा भी कराई जा रही है।
इस मामले में निलंबित एसएसआई प्रभुनाथ सिंह ने दावा किया है कि ट्रक हाल में खनन और परिवहन कार्य बंद की गई मौरंग खदान खप्टिहाकलां 100 बटा तीन से लोड होकर आए थे। दोनों ट्रक ड्राइवरों को कहा गया था कि ट्रक ड्राइवरों के रवन्ना न दिखाने पर एसआई दोनों को पकड़कर थाने लाए थे।
एसएसआई के मुताबिक, थाने में जब ट्रक ड्राइवरों का लाया गया था। उस वक्त ही एक दिग्गज सियासी का फोन एसआई के मोबाइल पर आया, उन्होंने ड्राइवरों को छोड़ने का दबाव बनाया। अवैध मौरंग के परिवहन की बात कहने पर बुरा-भला कहा था। ट्रक दिग्गज सियासी के ही थे। उन्होंने बताया कि दिग्गज सियासी के इशारे पर तिंदवारी निवासी एक हिस्ट्रशीटर मौरंग का अवैध खनन और परिवहन कराता है।
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