बरेली ADG का सख्त आदेश, SOG और सर्विलांस से बाहर किए जाएं दागी पुलिसकर्मी

 

उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव का आखिरी चरण कल यानी 7 मार्च को सकुशल निपट गया। जिसके बाद अब फिर से प्रशासन के अफसरों ने लापरवाही करने वालों और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्रवाई और जांच का सिलसिला शुरू कर दिया है। दरअसल, बरेली के एडीजी ने जोन भर के पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर एसओजी और सर्विलांस में तैनात जवानों की समीक्षा के निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कप्तानों से इन टीमों में तैनात पुलिसकर्मियों की तैनाती का समय, उनके खिलाफ शिकायतें और मुकदमों की जानकारी मांगी है। क्योंकि लंबे समय से दोनों विभागों में भ्रष्टाचार की शिकायतें मिल रहीं थीं।

इसलिए जारी हुआ आदेश

जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2019 में भी बरेली एसओजी का भ्रष्टाचार सामने आया था। टीम का रिश्वत के रुपयों के बंटवारे को लेकर वीडियो वायरल हुआ था। इस मामले में टीम प्रभारी गिरीश चंद्र जोशी समेत सभी 10 पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोतवाली में भ्रष्टाचार की रिपोर्ट दर्ज करके उन्हें सस्पेंड कर दिया था। इसके बाद लंबे समय तक एसओजी भंग रही। अब मौजूदा एसओजी टीम प्लाइवुड उद्यमी संजीव गर्ग हत्याकांड में बरामद सोना गायब होने को लेकर सवालों के घेरे में है। इसी बीच एसपी सिटी कार्यालय की सर्विलांस टीम का भ्रष्टाचार भी सामने आया है।

नहीं बर्दाश्त किए जाएंगे दागी

सर्विलांस और एसओजी विभाग में लगातार मिल रही शिकायतों की वजह से अब एडीजी बरेली ने सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। जिसके क्रम में एडीजी राजकुमार ने जोन के सभी कप्तानों को पत्र लिखकर एसओजी और सर्विलांस टीम में तैनात पुलिसकर्मियों की तैनाती का समय, उन पर दर्ज मुकदमे और शिकायतों का ब्योरा तलब किया है। उन्होंने कहा है कि इन टीमों में दागी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। उन्हें हर हाल में टीमों से बाहर किया जाएगा। किसी भी आरोपी और भ्रष्टाचार में लिप्त पुलिसकर्मी को कतई बक्शा नहीं जाएगा।

Also read: सुल्तानपुर: सड़क हादसे में सिपाही की मौत, परिजनों में मचा कोहराम

( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )