Twitter को चलता फिरता थाना ना बनाएं, बरेली SSP ने लोगों को दी हिदायत, सोशल मीडिया पर उठे सवाल

हाल ही में कई जिलों के एसपी और एसएसपी के कार्यक्षेत्र में बदलाव हुआ है। ऐसे में हर नया पुलिस कप्तान अपने जिले को समझने में लगा है। इसी बीच बरेली के नवनियुक्त एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज चर्चा में आ गए हैं। दरअसल, बरेली के नवनियुक्त एसएसपी ने ट्विटर पर आई एक शिकायत का कुछ ऐसा जवाब दिया कि वो चर्चा में आ गए। लोगों ने एसएसपी से सवाल पूछना शुरू कर दिया। अपने जवाब की वजह से एसएसपी सुर्खियों में आ गए हैं।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, ट्वीट पर री-ट्वीट का मामला हाफिजगंज क्षेत्र से जुड़ा है। एक गांव में रहने वाली महिला का ननदोई से विवाद चल रहा। उनका आरोप था कि पांच जुलाई तो पति मजदूरी करने गए, उसी समय आरोपित ननदोई घर आ गया। छेड़छाड़ की, विरोध पर पिटाई कर जेवर आदि लूटकर भाग गया। मोहन स्वरूप ट्विटर हैंडल से उनका प्रार्थना पत्र एसएसपी को ट्वीट कर कार्रवाई की मांग की गई। इसे डीजीपी, यूपी पुलिस और एडीजी को भी टैग किया गया।

 

इस पर एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने री-ट्वीट किया- ट्विटर को चलता फिरता कार्यालय न बनाएं। किसी भी कार्य दिवस में थाना, क्षेत्राधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक या मेरे कार्यालय में आकर शिकायत दर्ज कराएं। इस संबंध में एसएसपी ने बताया कि मेरा तात्पर्य है कि थानों में व्यवस्था बने, सबसे पहले वहां सुनवाई हो। पुलिस कार्यालयों में अधिकारी निर्धारित समय पर बैठते हैं, उनसे शिकायत करें। थानों के स्थान पर सिर्फ इंटरनेट मीडिया पर शिकायत होगी तो प्राथमिक व्यवस्था चरमरा जाएगी। यदि ऑनलाइन ही शिकायत करनी है तो पोर्टल की सहायता ले सकते हैं।

लोगों ने उठाए सवाल

एसएसपी के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन पर सवाल उठाना शुरू कर दिए। आप भी देखें कुछ ट्वीट –

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