17 वीं लोकसभा चुनाव समाप्त हो चुका है. परिणाम आने में कुछ ही घंटे बचे हैं. एग्जिट पोल में एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है. वहीं इसी बीच मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खनऊ में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती के आवास पर इन दिनों अफसर का जमावड़ा लग रहा है. इनमें से अधिकांश वे हैं, जिन्होंने मायावती के अधीन उस वक्त काम किया था, जब वह मुख्यमंत्री थीं. वैसे कुछ नए भी हैं, जिनका संबंध बहुजन समाज से है. ये सभी चुनाव के दौरान स्थिति के बारे में जानकारी दे रहे हैं. आमतौर पर ये मुलाकातें खुद को नेता की नज़रों में अव्वल दिखाने के लिए की जाती हैं.
न्यूज़ 18 की खबर के अनुसार मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उनके साथ काम कर चुके एक रिटायर्ड अधिकारी का कहना है,’मैं बहनजी से मुलाकात कर उन्हें इस चुनावों में अच्छे नतीजों की शुभकामनाएं देने गया था. बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) वापसी कर रही है और किसी को शुभकामनाएं देने में कुछ भी गलत नहीं है. आप उस वक्त नेताओं को शुभकामना देने नहीं जाते, जब उनके हालात अच्छे नहीं होते है.’
एक नौकरशाह नाम न छापने की शर्त पर बताते हैं,’उनके (मायावती) मिजाज का अंदाजा लगाना मुश्किल है और मुलाकात के उद्देश्य को गलत समझे जाने का भी अंदेशा है. मैंने तय किया है कि गुलदस्ता नतीजे आने के बाद भेजूंगा. पूर्व में मायावती के नज़दीक रह चुके नौकरशाह एग्जिट पोल के नतीजों पर विश्वास करने के लिए तैयार नहीं दिख रहे हैं.’
एक अधिकारी का कहना है कि हमें बीजेपी के बारे में तो नहीं पता, लेकिन बीएसपी उससे कहीं अच्छा करने जा रही है, जैसा कि दिखाया जा रहा है. एग्जिट पोल को अपने हिसाब से बनाया जा सकता है, लेकिन नतीजों को नहीं.
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