तिरुपति लड्डू घी घोटाला: तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसाद में घी की सप्लाई में मिलावट के आरोप में रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT), जो केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के नेतृत्व में काम कर रही है, ने इस मामले में कार्रवाई की।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा, और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन शामिल हैं। इन पर आरोप है कि उन्होंने तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लिए घी की सप्लाई में अनियमितताएं कीं।
टेंडर प्रक्रिया में फर्जीवाड़ा
जांच के दौरान पता चला कि वैष्णवी डेयरी के प्रतिनिधियों ने एआर डेयरी के नाम पर टेंडर हासिल किए थे। इसके लिए उन्होंने फर्जी दस्तावेज और मुहरें तैयार कीं। नकली रिकॉर्ड के आधार पर दावा किया गया कि घी रुड़की स्थित भोले बाबा डेयरी से खरीदा गया है, जबकि वह इतनी बड़ी मात्रा में आपूर्ति करने में सक्षम नहीं थी।
SIT की जांच में हुआ खुलासा
CBI की जांच में यह भी सामने आया कि टेंडर प्रक्रिया में हेराफेरी करने के लिए फर्जी कंपनियों और दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया। इस मामले में वैष्णवी डेयरी ने अहम भूमिका निभाई।
कोर्ट में होगी पेशी
चारों आरोपियों को सोमवार को तिरुपति कोर्ट में पेश किया जाएगा। CBI के जॉइंट डायरेक्टर वीरेश प्रभु भी कोर्ट में मौजूद रह सकते हैं।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बनी SIT
सुप्रीम कोर्ट ने 4 अक्टूबर 2024 को भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी और अन्य की याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए CBI को SIT गठित करने का आदेश दिया था। इसके बाद नवंबर 2024 में 5 सदस्यीय टीम का गठन किया गया। इस टीम में CBI के दो, आंध्र प्रदेश पुलिस के दो, और भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) का एक अधिकारी शामिल है।