उत्तर प्रदेश के बिजनौर (Bijnor) जनपद में छात्रा से छेड़छाड़ मामले में एसडीएम के नेतृत्व में मदरसा पहुंची विभिन्न विभागों के अफसरों की टीम ने जांच के बाद सील लगा दी। निरीक्षण के दौरान आलिम कोर्स के प्रपत्र नहीं मिले। जांच में यह भी पता चला है कि आसपास के जिलों की करीब 250 छात्राएं मदरसे में बने छात्रावास में रहती हैं। इस पर अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसे में आलिम कोर्स के लिए चलने वाली क्लासेज और हॉस्टल को भी सील कर दिया।
परिजनों का आरोप- बेटी संग हुआ दुष्कर्म
वहीं, पीड़ित छात्रा के पिता ने आरोप लगाया है कि मदरसे में उनकी बेटी के साथ दुष्कर्म किया गया, लेकिन पुलिस ने छेड़छाड़ की धाराओं में केस दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार, पीड़िता को वन स्टॉप सेंटर में रखा गया है। पुलिस परिजनों को पीड़िता से नहीं मिलने दे रही है।
दरअसल, मदरसे में पढ़ने वाली मुजफ्फरनगर की छात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। इस वीडियो में छात्रा ने मदरसा संचालक शहनावज के बेटे नावेद उर्फ उस्मान पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। वहीं, पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया था।
इसके बाद शनिवार को एसडीएम सदर मनोज कुमार के नेतृत्व में अधिकारियों ने बुरहानुद्दीनपुर में संचालित मदरसा जामियातुल बनात दारूल उलूम को सील कर दिया। छात्रावास में रहने वाली छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ घर चली गईं।
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केस में बढ़ी बंधक बनाने व धमकाने की धारा
एसपी अभिषेक झा ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है। उसमें दुष्कर्म या मारपीट की पुष्टि नहीं हुई है। कोर्ट में बयान भी दर्ज करा दिए गए हैं। बयान में छेड़छाड़ की बात कही है। कोर्ट के बयान के आधार पर केस में धमकी देने और बंधक बनाने की धारा बढ़ा दी है। पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। शुरुआत में उसके माता-पिता नहीं आए थे। इसलिए वन स्टॉप सेंटर भेजा गया। सोमवार को बाल कल्याण समिति के सामने पेश किया जाएगा। काउंसलिंग के बाद ही किशोरी को स्वजन को सौंपने की प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
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