HBD कालीन भैया: कभी खेतों में तो कभी होटल में किया काम, प्रेरणा देने वाली है अभिनेता पंकज त्रिपाठी के संघर्षों की कहानी

मिर्ज़ापुर के कालीन भैया यानी कि पंकज त्रिपाठी आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. पंकज त्रिपाठी आज अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं. उन्होंने अपनी मेहनत के दम पर ये मुकाम हासिल किया है. बिहार की गलियों से निकले पंकज त्रिपाठी ने मुंबई में अपनी अलग पहचान बनाई है. आज भले ही उनके पास बहुत काम है, लेकिन एक वक्त ऐसा थी जब वो ईश्वर के नाम पर काम मांगते थे. आइये आपको भी इस ख़ास दिन पर उनके संघर्षों की कहानी से रूबरू कराते हैं.


जब होटल में किया था काम

जानकारी के मुताबिक, पंकज त्रिपाठी गोपालगंज, बिहार के रहने वाले हैं. उनके पिता का नाम पंडित बनारस त्रिपाठी और मां का नाम हिमवंती देवी है. चार भाई-बहनों में वे सबसे छोटे हैं. घरवालों को आर्थिक मदद करने के लिए पंकज 11वीं में ही अपने पिता के साथ खेत में काम किया करते थे. गांव में त्यौहार के मौके पर पंकज नाटक में लड़की बनकर हिस्सा लिया करते थे, जिन्हें गांव वालों की खूब तारीफें मिलती थीं. गांव वाले अकसर उनका टैलेंट देखकर उन्हें एक्टिंग में करियर बनाने का सुझाव दिया करते थे. 12वीं के बाद पंकज होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई करने पटना चले गए. कॉलेज के दिनों में भी पंकज प्ले का हिस्सा रहा करते थे और राजनीति में भी उतर चुके थे. एक रैली के चलते उन्हें एक हफ्ते तक जेल की हवा भी खानी पड़ चुकी है. एक्टिंग में करियर ना बना पाने के डर से पंकज ने पटना के ही एक पांच सितारा होटल में काम करना शुरू कर दिया. सात साल पटना में बिताने के बाद पंकज दिल्ली की नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से ग्रेजुएट होकर मुंबई चले गए.


फिल्म की तरह ही है लव स्टोरी

एक इंटरव्यू में पंकज त्रिपाठी ने बताया था कि जब वो 10वीं क्लास में थे तब उन्होंने पहली बार मृदुला को देखा था. वो छज्जे पर खड़ी थीं और पंकज उन्हें नीचे से देख रहे थे जब अचानक दोनों की नजरें टकरा गईं. इसके बाद दोनों की मुलाकात हुई और पंकज ने ठान लिया कि वो मृदुला से शादी करें. पंकज अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते थे तो दोनों चिट्ठियां लिखकर एक दूसरे का हाल जाना जाना करते थे. एक वक्त ऐसा आया जब पंकज पढ़ाई करने दिल्ली चले गए. उन्हें लगा मृदुला की शादी हो गई होगी, लेकिन मृदुला ने खुद को शादी से बचाए रखा. एक बार उनके घर पंकज का फोन आया तो उन्होंने पूरी तरह से प्यार का इजहार कर दिया. इसके बाद वो जॉब के लिए दिल्ली चली आईं ताकि पंकज के साथ समय बिता सकें. इसके बाद परिवार ने उनके रिश्ते को स्वीकार लिया और दोनों की शादी हो गई. 2004 में पंकज अपनी पत्नी के साथ सिर्फ 46 हजार रुपए लेकर मुंबई आ गए. जिसके बाद उनका बॉलीवुड में उनका स्ट्रगल शुरु हो गया.


मिर्ज़ापुर से किया वेब डेब्यू

पंकज त्रिपाठी ने अभिषेक बच्चन की फिल्म ‘रन’ से डेब्यू किया. इस फिल्म में उनका बहुत छोटा सा रोल था. पंकज को पहचान मिली फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ से. इसके बाद तो उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. पंकज त्रिपाठी ‘फुकरे रिटर्न्स’, ‘लुक्का छिपी’, ‘बरेली की बर्फी’ और ‘सुपर 30’ ‘स्त्री’, ‘मिमी’ जैसी फिल्मों में काम कर चुके हैं. पंकज ने साल 2018 में अमेजन प्राइम की सीरीज मिर्जापुर से वेब डेब्यू किया था. सीरीज में पंकज बाहुबली अखंडानंद त्रिपाठी उर्फ कालीन भइया के रोल में थे, जो उनके सबसे बेहतरीन किरदारों में से एक है. इसके अलावा पंकज सेक्रेड गेम्स, क्रिमिनल जस्टिस में भी अहम किरदारों में दिखे हैं.


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