सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा (BJP) सरकार को युवा विरोधी करार देते हुए आरोप लगाया है कि प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विभिन्न विभागों की नौकरियों को आउटसोर्स कर दिया है, जिससे सीधे तौर पर युवाओं की रोजगार की संभावनाओं को नुकसान पहुंचा है और आउटसोर्सिंग की व्यवस्था से नौजवानों का भविष्य अंधेरे में है। उनका कहना है कि सरकार ने जानबूझकर ऐसी नीतियां अपनाई हैं जो बेरोजगारी को बढ़ावा देती हैं।
निजीकरण के जरिए रोजगार पर हमला: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने बिजली विभाग के निजीकरण की ओर इशारा करते हुए कहा कि सरकार अब इस विभाग को भी अपने करीबी लोगों को सौंपने की तैयारी कर रही है। उन्होंने इसे एक सोची-समझी साजिश बताते हुए कहा कि इस कदम का उद्देश्य बड़ी संख्या में युवाओं को सरकारी नौकरी और आरक्षण के अधिकार से वंचित करना है। उनके अनुसार, भाजपा सरकार धीरे-धीरे सभी विभागों का निजीकरण कर युवाओं की संभावनाओं को खत्म कर रही है।
युवाओं की आवाज दबा रही है सरकार: अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष ने 69 हजार शिक्षक भर्ती में आरक्षण से जुड़े विवाद और मेडिकल क्षेत्र में हो रही अनियमितताओं को भी उठाया। उन्होंने कहा कि जब युवा अपने अधिकारों की मांग करते हैं, तो सरकार उन पर लाठीचार्ज कराती है और उनकी आवाज को दबाने की कोशिश करती है। प्रदेश में अनेक विभागों में हजारों पद खाली हैं, लेकिन सरकार उन पर भर्ती नहीं कर रही है, जिससे युवाओं में निराशा और गुस्सा बढ़ता जा रहा है।