कांग्रेस (Congress) सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे। लखनऊ एयरपोर्ट से रायबरेली (Raebareli) जाते समय उनके काफिले को भाजपा नेता और योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह (Dinesh Pratap Singh)के नेतृत्व में कुछ देर के लिए रोका गया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने कहा, इस समय देश में हमारा नारा है,वोट चोर गद्दी छोड़, और भाजपा वोट चोरी पकड़ाने से डिस्टर्ब हो गई है। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह नारा अब सिर्फ नारा नहीं, बल्कि देशभर में साबित हो चुका है, और आने वाले समय में कांग्रेस का विरोध और भी नाटकीय रूप ले सकता है।
राहुल गांधी का आरोप
हरचंदपुर विधानसभा क्षेत्र के बटोही रिसॉर्ट में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने चुनाव में धांधली के आरोप दोहराए। उन्होंने कहा,पहले लोग कहते थे कि दाल में कुछ काला है, लेकिन सबूत नहीं थे। अब हमारे पास सबूत हैं कि वोट चोरी हो रही है। उन्होंने भाजपा और चुनाव प्रणाली पर गहरी शंका जताते हुए इसे लोकतंत्र के लिए खतरा बताया और कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इसे रोकने के लिए एकजुट हों।
90% भारतीयों को सत्ता से दूर रखा जा रहा: राहुल गांधी
प्रजापति सम्मेलन को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि देश की 90% आबादी , जिसमें ओबीसी, दलित, आदिवासी, अति पिछड़े और ईबीसी शामिल हैं उनको सत्ता, संसाधनों और संस्थानों से दूर रखा जा रहा है। उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर और ब्यूरोक्रेसी में सामाजिक प्रतिनिधित्व की कमी को उजागर करते हुए कहा, टाटा, अंबानी, अडानी और बिड़ला जैसे बड़े बिजनेस समूहों की टॉप मैनेजमेंट में एक भी ओबीसी नाम नहीं मिलेगा। इसके विपरीत, ओबीसी नाम सिर्फ मनरेगा की सूची में दिखते हैं।
जातिगत जनगणना और समान अवसर की मांग
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर वे सच में ओबीसी हैं, तो उन्हें जातिगत जनगणना की पहल करनी चाहिए। ‘मैंने लोकसभा में उनसे पूछा था, लेकिन उन्होंने डेढ़ घंटे भाषण दिया और एक बार भी जातिगत जनगणना का जिक्र नहीं किया। राहुल ने कहा कि आरएसएस चाहता है कि समाज की वर्तमान स्थिति जमी रहे, लेकिन कांग्रेस का लक्ष्य है कि ओबीसी और प्रजापति समाज का बच्चा भी अंबानी जैसा बिजनेसमैन बन सके। यही मेरी असली लड़ाई है।