उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अवैध घुसपैठियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है. यूपी एटीएस ने अब तक देश में सबसे ज्यादा 18 रोहिंग्याओं (Rohingya) को गिरफ्तार किया है. यूपी में रोहिंग्या और धर्मांतरण गिरोह का भी पर्दाफाश हुआ है. वहीं इसी बीच एक ऐसा खुलासा सामने आ रहा है जो बेहद हैरान कर देने वाला है. बीजेपी विधायक नंद किशोर गुर्जर (Nand Kishor Gurjar) का दावा है कि डूडा अधिकारियों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के सहारे रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को प्रधानमंत्री आवास योजना (PM Awas Yojana) का लाभ दे दिया गया, और लाभार्थियों का आंकड़ा 70 प्रतिशत से अधिक बताया जा रहा है. बीजेपी विधायक ने इसकी जांच के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है.
नंदकिशोर गुर्जर ने अपने पत्र में कहा कि पिछले 4.5 साल में 70 प्रतिशत से अधिक बांग्लादेशी और रोहिंगयाओं को आवास आवंटित हुए हैं. विधायक द्वारा विभाग से मंगाए गए साढ़े चार साल के डेटा से इसका खुलासा हुआ है. विधायक ने संलिप्त अधिकारियों और कर्मचारियों पर कठोर कार्रवाई रासुका लगाने की मांग की है. साथ ही उन्होंने कहा कि चिन्हित कर सभी आधार कार्ड, पेन कार्ड और पहचान पत्र रद्द किये जाए.
3 रोहिंग्या गिरफ्तार
यूपी ATS ने रोहिंग्या कनेक्शन के जरिए मानव तस्करी का भंडाफोड़ किया है. जानकारी के मुताबिक, यूपी ATS ने 3 बांग्लादेशी और म्यामांर के रहने वाले रोहंग्याओं को गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से किया गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीनों ही मानव तस्करी में लिप्त थे. पुलिस ने तस्करी के लिए ले जाए जा रहे 2 नाबालिग लड़कियां और 1 अन्य को भी बरामद किया है. आरोपियों की पहचान मोहम्मद नूर उर्स नुरुल इस्लाम, निवासी काश बाजार बांग्लादेश, रहमतुल्ला निवासी मंगलू म्यांमार शफीउल्लाह निवासी मोंगडू म्यामार है.
ADG ने दी जानकारी
ADG कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया की एटीएस को पता चला था की ये तीनों एक गिरोह बनाकर बांग्लादेश और म्यांमार के नागरिकों को विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को फर्जी दस्तावेज तैयार कर भारत के अलग-अलग राज्यों से और एनसीआर के क्षेत्रों जैसे गाजियाबाद नोएडा और दिल्ली में बसाने का काम करते थे. पूछताछ में तीनों ने बताया की ये लड़कियों को शादी का झांसा और पुरुषों को नौकरी का झांसा देकर भारत लाते थे.
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )