उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक बुजुर्ग से मारपीट का वीडियो वायरल होने और इसे दो समुदाय से जुड़ा बताने पर राजनीति तेज हो गई है. वायरल वीडियो गाजियाबाद में लोनी विधानसभा क्षेत्र का बताया गया है. अब इस क्षेत्र से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर (Nand Kishor Gurjar) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi), असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi), स्वरा भास्कर (Swara Bhaskar) और अन्य के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. बीजेपी विधायक ने मांग की है, कि इन पर रासुका के तहत लोनी बॉर्डर थाने में मुकदमा दर्ज किया जाए. इसकी वजह वही वीडियो है, जिसकी लोनी समेत देश में हर जगह चर्चा हो रही है.
नंदकिशोर गुर्जर का आरोप है कि स्वरा भास्कर, राहुल गांधी और असदुद्दीन ओवैसी ने गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र से सामने आए वीडियो को लेकर आपत्तिजनक बयान दिए हैं. वीडियो में दिखाई दे रहा था कि एक बुजुर्ग व्यक्ति की दाढ़ी काट दी जाती है और उससे मारपीट की जाती है. लेकिन वीडियो पर आए सोशल कमेंट से हालात तनावपूर्ण हो गए थे.
उन्होंने लोनी बॉर्डर के थानाध्यक्ष को पत्र लिखकर सांप्रदायिक दंगा भड़काने की साजिश के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी, AIMIM नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी और फिल्म अदाकारा स्वरा भास्कर (Swara bhaskar) के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को इससे जुड़ी एक खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया था. साथ ही उन्होंने कहा कि मैं ये मानने को तैयार नहीं हूं कि श्रीराम के सच्चे भक्त ऐसा कर सकते हैं. ऐसी क्रूरता मानवता से कोसों दूर है और समाज व धर्म दोनों के लिए शर्मनाक है. बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर ने राहुल गांधी के इस ट्वीट को रिट्वीट किया था. ओवैसी ने भी घटना से जुड़ी खबरें रिट्वीट कीं.
थाने में नंदकिशोर गुर्जर द्वारा दी गई तहरीर ले ली गई है. मगर पुलिस ने मामले में जांच की बात कही है. गाजियाबाद के एसएसपी अमित पाठक (SSP Amit Pathak) ने खुद इस बात को कहा है कि मामले में फरदर इंक्वायरी चल रही है, और जिसका भी नाम पुख्ता तौर पर सामने आएगा, उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी. हालांकि यह पूरा मामला लगातार हो रहीराजनीतिक बयानबाजी के बीच भी उलझता हुआ दिखाई दे रहा है.
एसएसपी अमित कुमार पाठक ने बताया कि जांच में घटना का कोई धार्मिक एंगल नहीं मिला. ताबीज को लेकर आक्रोश के चलते इन्होंने ये घटना की. मारपीट में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर उन्हें जेल भेज दिया गया है, बाकी लोगों के लिए हमारी टीमें प्रयास कर रही हैं. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर जो कंटेट प्रकाशित किया गया वो गैर-जिम्मेदाराना है. जिन लोगों ने जानबूझकर सोशल मीडिया पर अलग एंगल देने के लिए इसको छापा उसमें 7 लोगों, ट्विटर और ट्विटर इंडिया के खिलाफ FIR लिखी गई है.
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