उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के घर जाकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) द्वारा श्रद्धांजलि न दिए जाने पर बीजेपी ने सवाल उठाए हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने ट्वीट कर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधा है. सिंह ने एक ट्वीट कर पूछा है कि ऐसा क्या था जो अखिलेश ऐसे समय में भी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देने नहीं आ सके. स्वतंत्र देव सिंह ने ट्वीट किया कि अखिलेश जी अपने आवास से मात्र 1 किमी. दूर माल एवेन्यू में स्व. कल्याण सिंह जी ‘बाबूजी’ को श्रद्धांजलि देने नहीं आ सके.
मुस्लिम वोट बैंक को लेकर कसा तंज
स्वतंत्र देव सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश को कहीं मुस्लिम वोट बैंक के मोह ने तो पिछड़ाें के सबसे बड़े नेता को श्रद्धांजलि देने से नहीं रोक लिया? हालांकि कल्याण सिंह के निधन के बाद अखिलेश यादव ने ट्वीट कर श्रद्धांजलि दी थी और निधन पर दुख जताया था.
केशव प्रसाद मौर्य ने भी घेरा
वहीं उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी अखिलेश के कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि नहीं देने पर ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जी यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह बाबू जी को अंतिम विदा देने के लिए नहीं आ सके. ऐसे में उन्होंने पिछड़े वर्ग की बात करने का नैतिक अधिकार खो दिया. उन्होंने आगे लिखा कि आपके द्वारा पिछड़ा वर्ग की बात करना केवल ढोंग है.
सपा को रामभक्तों का नहीं, सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए: साक्षी महाराज
उन्नाव से सांसद साक्षी महराज ने कहा कि बहुत ही हृदय विदारक करने वाली घटना है. कल्याण सिंह मेरे मार्गदर्शक थे. पूरा देश कल्याण सिंह को आंसुओं की विदाई कल दे रहा था. उनका अंतिम संस्कार किया गया लेकिन लखनऊ से लेकर अलीगढ़ तक अखिलेश यादव कहीं दिखाई नहीं दिए. कांग्रेस की सोनिया, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी यह नहीं दिखाई दिए. साक्षी महाराज ने कहा कि मुझे लगता है कांग्रेस और सपा को राम भक्तों का वोट नहीं चाहिए, केवल मुसलमानों का वोट चाहिए. क्योंकि कल्याण सिंह ने मस्जिद तोड़ी थी इसलिए उनके अंतिम समय में श्रद्धा के सुमन अर्पित करने के लिए हम लोग नहीं जाएंगे. दरअसल इनको सिर्फ मुसलमानों का वोट चाहिए.
यही है सपा की तालिबानी सोच: सुब्रत पाठक
इससे पहले कन्नौज से सांसद सुब्रत पाठक (Subrat Pathak) ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि न देने के लिए मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव, दोनों को आड़े हाथों लिया. सुब्रत पाठक ने ट्वीट कर कहा कि हिंदू हृदय सम्राट कल्याण सिंह जैसे जनप्रिय नेता को अगर मुलायम सिंह और अखिलेश यादव श्रद्धांजलि और सम्मान नहीं देंगे तो इससे उनके (कल्याण सिंह) कद पर कोई असर नहीं पड़ेगा. उन्होंने आगे ये भी कहा कि अगर लखनऊ में ये दोनों कल्याण सिंह के आखिरी दर्शन कर लेते तो इससे कार सेवकों पर गोली चलवाने वाली समाजवादी पार्टी को अपने पाप धोने का आखिरी मौका जरूर मिल जाता लेकिन विनाशकाले विपरीत बुद्धि. और यही इनकी तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है.
बता दें, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का शनिवार की रात सवा नौ बजे लखनऊ स्थित एसजीपीजीआई में निधन हो गया था. वह 89 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे. कल्याण सिंह को श्रद्धांजिल देने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लखनऊ और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) सहित तमाम बीजेपी व अन्य दलों के नेता अलीगढ़ के अतरौली पहुंचे. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की ओर से राजनाथ सिंह, उप राष्ट्रपति की ओर से स्मृति ईरानी और प्रदेश की राज्यपाल की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने पुष्प चक्र अर्पित किया था.
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