हमसे दुश्मनी मत लेना, क्योंकि हम भगवान के दर्शन बहुत जल्द करवाते हैं’, महोबा कांड में बर्खास्त सिपाही के भाइयों की धमकी भरी पोस्ट

कुछ समय पहले ही उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर कारोबारी ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. मामले के आरोपी तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार अभी भी फरार हैं जबकि एक अन्य आरोपी सिपाही ने सरेंडर कर दिया था. अब आरोपी बर्खास्त सिपाही के दो भाइयों ने सोशल मीडिया पर धमकी भरे पोस्ट शेयर किये हैं. जिसके बाद दोनों के खिलाफ धमकाने का मुकदमा लिखा गया था. जिसकी विवेचना दारोगा महेंद्र सिंह तोमर कर रहे हैं. दोनों आरोपितों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है.


ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, महोबा जिले में क्रशर कारोबारी के भाई रविकांत त्रिपाठी ने पूर्व एसपी व थाना प्रभारी सहित चार लोगों के खिलाफ कबरई थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. बाद में एसआइटी जांच में सिपाही अरुण यादव का नाम भी जोड़ा गया था. मुख्य आरोपित निलंबित और भगोड़ा आइपीएस मणिलाल पाटीदार अभी भी फरार है. इस मामले में 10 दिन पहले एक नया मोड़ तब आया जब आरोपित बर्खास्त सिपाही अरुण यादव के चचेरे भाई नीलेश ने धमकी भरी पोस्ट ‘हमसे और हमारे परिवार से दुश्मनी मत लेना, क्योंकि हम लोगों को भगवान के दर्शन बहुत जल्द करवा देते हैं’ डाली थी. इसी तरह आरोपित के सगे भाई नीरज ने पोस्ट डाली कि ‘वक्त जब आंखें फेर लेता है तो शेर को भी कुत्ता घेर लेता है, क्योंकि कमजोर हम नहीं हमारा वक्त है वक्त को वक्त दो, क्योंकि वक्त आने में वक्त लगता है.’


पहले से ही दर्ज है मुकदमा

इस पर कारोबारी के भाई विजय त्रिपाठी ने एसपी सुधा सिंह को तहरीर देकर आरोपितों के खिलाफ कबरई थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. कबरई थाना प्रभारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि नीरज व नीलेश पर धमकाने का मुकदमा लिखा गया था. विवेचना दारोगा महेंद्र सिंह तोमर कर रहे हैं. दोनों आरोपितों को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा गया है. बड़ी बात ये है कि आरोपित बर्खास्त सिपाही का भाई नीरज प्रतापगढ़ में जीआरपी में आरक्षी है. आरोपित नीलेश चचेरा भाई है, वह गांव कुशगंवा अहिरान निवाड़ी कला थाना बकेवर इटावा में रहता है. आरोपित अरुण, नीरज तथा हमीरपुर पुलिस लाइन में सिपाही उसके चाचा रघुराज सिंह, छोटा चाचा अनिल, पिता ध्यानसिंह के खिलाफ औरैया निवासी विकास कुमार ने अक्टूबर 2020 में सदर कोतवाली महोबा में नौकरी के नाम पर पांच लाख रुपये ठगी करने का मुकदमा लिखाया था.


Also Read: वाराणसी: अफसरों के उत्पीड़न से तंग आकर हेड कांस्टेबल ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छामृत्यृ, जातिगत भेदभाव का लगाया आरोप


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )