बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती (Mayawati) ने सोमवार को ट्वीट के जरिए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा। साथ ही बसपा सुप्रीमो ने कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए का राग अलापा जा रहा है। इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबंदी के सिवा और कुछ नहीं है। यही नहीं, उन्होंने पीडीए (पिछड़े, दलित ौर अल्पसंख्यक) को अपने ढंग से परिभाषित किया है।
मायावती ने लोगों को सावधान रहने की दी नसीहत
मायावती ने ट्वीट कर कहा कि सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।
2.साथ ही, सपा द्वारा एनडीए के जवाब में पीडीए (पिछड़े, दलित, अल्पसंख्यक) का राग, इन वर्गों के अति कठिन समय में भी केवल तुकबन्दी के सिवाय और कुछ नहीं। इनके पीडीए का वास्तव में अर्थ परिवार, दल, एलाइन्स है जिस स्वार्थ में यह पार्टी सीमित है। इसीलिए इन वर्गों के लोग जरूर सावधान रहें।
— Mayawati (@Mayawati) June 19, 2023
दरअसल, लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सपा चीफ अखिलेश यादव ने नया फॉर्मूला बनाया है। एनडीटीवी के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अगले चुनाव के लिए उनका प्लान पीडीए तैयार है। सपा प्रमुख ने कहा कि दूसरे दल बड़े दिल के साथ समाजवादी पार्टी के साथ आएं। मैं उन सभी दलों को यकीन दिलाता हूं कि प्रदेश की 80 की 80 सीटों पर हमारी जीत होगी। हमारी पार्टी का एक मात्र नारा है 80 हराओ, भाजपा हटाओ।
वहीं, लोकसभा चुनाव में सपा के दूसरे दलों से गठबंधन के एक सवाल के जवाब में अखिलेश ने गठबंधन से इंकार नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमने कई दलों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है और उसके परिणाम भी सामने आए हैं। हमने कई वरिष्ठ नेताओं से बात करने के बाद यहीं निष्कर्ष निकाला है कि जो दल जहां मजबूत है, वहां उसके उम्मीदवार का समर्थन करना चाहिए। यूपी सहित दूसरा राज्यों में विपक्षी पार्टियों को पीडीए के फॉर्मूले पर काम करना चाहिए। इसी पर मायावती ने टिप्पणी की है।
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