जासूसी करवाती है भाजपा सरकार, इंसाफ के लिए जमीनी लड़ाई लड़ना जोखिम भरा’

व्हाट्सएप (whatsapp) के जरिये जासूसी किए जाने को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने ​केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. बसपा चीफ ने कहा कि सरकार जासूसी करवाती है. यह कोई रहस्य की बात नहीं है. मगर, लोकतांत्रिक मूल्यों व मूलभूत अधिकारों के लिए कोर्ट-कचहरी में लड़ने वालों के खिलाफ भी जिस तरह अवैध व निरंकुशता वाली जासूसी कराए जाने का रहस्योद्घाटन हुआ है, वह दुखद है. वाकई चिंता की बात है. उन्होने कहा कि आज के समय इंसाफ के लिए जमीनी लड़ाई लड़ना जोखिम भरा है.


मायावती ने अपने ट्वीट में लिखा, “इससे यह साबित होता है कि गरीबों, मजदूरों व शोषितों के हक व इंसाफ की जमीनी लड़ाई लड़ना कितना जोखिम भरा काम है. उन्होंने लिखा कि बसपा इस संकट वाले माहौल में डा. अम्बेडकर के आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के कारवां को आगे बढ़ाने के लिए संघर्षरत है तो यह कोई मामूली बात नहीं है”.


अखिलेश ने भी साधा था निशाना

व्हाट्सएप के जरिये जासूसी की घटना से देश में छिड़ी बहस के बीच समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा था कि विदेशी कंपनी द्वारा निजता के साथ छेड़छाड़ के दुस्साहिक प्रयास में केन्द्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार की भूमिका की जांच होनी चाहिये. यादव ने ट्वीट कर लिखा कि व्हाट्सएप के माध्यम से विदेशी कम्पनी द्वारा जासूसी किए जाने की ख़बर बेहद संवेदनशील एवं राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए चुनौती का विषय है. ये लोगों की निजी जिंदगी में झांकने का दुस्साहस है. इस विषय में भाजपा सरकार की भूमिका का खुलासा होना ही चाहिए. भाजपा के समर्थक तक इसके विरोध में है.


बता दें कि व्हाट्सएप द्वारा यह कहे जाने के बाद देश में लोगों की निजता को लेकर नए सिरे से बहस छिड़ गई. इस खुलासे के बाद केन्द्र सरकार ने कंपनी से पूछा कि उसने करोड़ों भारतीयों की निजता की सुरक्षा के लिये क्या कदम उठाए हैं.


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