बसपा सांसद अतुल राय पर आरोप लगाने वाली दुष्कर्म पीड़िता की मौत के बाद से रिटायर्ड आईपीएस अमिताभ ठाकुर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। दरअसल, अब लखनऊ पुलिस ने दारोगा की तहरीर पर उनके खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया है। जिसमे रिटायर्ड आईपीएस और उनकी पत्नी पर सरकारी काम में बाधा डालने और पुलिस पर हाथ उठाने का आरोप लगाया गया है। इसी के चलते दारोगा की तहरीर पर कई धाराओं में गोमती नगर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है।
इन धाराओं में केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक, पूर्व आईपीएस अमिताभ पर बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट के बाहर आत्मदाह करने वाली युवती को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है। इसी मामले में शुक्रवार को अमिताभ ठाकुर को लखनऊ के गोमती नगर स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया। वहीं, देर शाम अमिताभ ठाकुर को 9 सितंबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है। जब पुलिस अमिताभ ठाकुर को हिरासत में लेने के लिए पुलिस उनके घर पहुंची, तो काफी देर तक वहां हाई वोल्टेज ड्रामा हुआ। दरअसल, ठाकुर ने एफआईआर दिखाने की बात कही। बिना कॉपी देखे वे गाड़ी में बैठने से मना कर रहे थे।
पुलिस की मानें तो शुक्रवार को जब पुलिसकर्मी अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार करने गये थे तो उन्होंने और उनकी पत्नी ने उनके काम में बाधा डाली थी और कथित तौर पर मारपीट की थी। जिसके चलते अब गोमतीनगर थाने में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के खिलाफ आईपीसी की धारा 186, 189, 224, 225, 323, 353, 427 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
भेजे गए जेल
बता दें कि शुक्रवार को उत्तर प्रदेश कैडर के पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर को लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पुलिस ने एक दुष्कर्म पीड़िता और उसके सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने समेत कई गंभीर आरोपों में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।हजरतगंज कोतवाली पुलिस के अनुसार अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर उनका डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में चिकित्सकीय परीक्षण कराया गया और मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया था।
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