प्रयागराज (Prayagraj) की नैनी सेंट्रल जेल (Naini Central Jail) से सुरक्षा में गंभीर चूक का मामला सामने आया है। हाई सिक्योरिटी सेल में बंद माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmed) के बेटे अली अहमद (Ali Ahmed) की बैरक में अचानक छापेमारी के दौरान जेल प्रशासन को बड़ी मात्रा में नकदी और कई प्रतिबंधित वस्तुएं मिली हैं। यह छापेमारी डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने मंगलवार शाम को की थी।
दो अधिकारी सस्पेंड
छापेमारी में मिली गड़बड़ियों के बाद जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। जांच में लापरवाही की पुष्टि होने पर डिप्टी जेलर शांति देवी और जेल वार्डन संजय द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया। अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका जताई जा रही है और मामले की गहराई से जांच शुरू कर दी गई है।
अली अहमद पर दर्ज हैं कई आपराधिक मुकदमे
अली अहमद ने 2022 में कोर्ट में सरेंडर किया था और तब से वह नैनी सेंट्रल जेल में बंद है। जेल में रहते हुए भी उस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं। वर्तमान में अली पर 11 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं और उसकी हिस्ट्री शीट खुलदाबाद थाने में खोली जा चुकी है।
उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है अली अहमद
अली, माफिया अतीक अहमद का दूसरा बेटा है और वकील उमेश पाल (Umesh Pal) व दो सरकारी गार्डों की हत्या में आरोपी है। इस तिहरे हत्याकांड ने प्रदेश भर में सनसनी फैला दी थी। इसके अलावा वह एक प्रॉपर्टी डीलर से मारपीट और रंगदारी मांगने के केस में भी वांछित था। अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद सुरक्षा कारणों से अली को हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट किया गया था।
जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। हाई सिक्योरिटी बैरक में प्रतिबंधित सामग्री और नकदी का मिलना यह दर्शाता है कि जेल के अंदर तक गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने में कुछ अधिकारी मददगार हो सकते हैं। अब यह देखना होगा कि जांच में और कौन-कौन नाम सामने आते हैं।


















































