सीएम वसुंधरा राजे की 7 दिन की ‘गौरव यात्रा’ पर खर्च हुए 1 करोड़ रुपये से ज्यादा

भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की 4 अगस्त से लेकर 10 अगस्त के बीच हुई गौरव यात्रा के दौरान एक करोड़ रूपये से ज्यादा खर्च किए। इस दौरान उदयपुर डिवीजन के 23 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया गया। 6 अगस्त को एक वकील की तरफ से दायर जनहित याचिका पर मंगलवार को हुई सुनवाई में भगवा पार्टी ने राजस्थान हाईकोर्ट को खर्च का यह ब्यौरा दिया।

 

याचिका पर सुनवाई करते हुए राजस्थान हाईकोर्ट की तरफ से बीजेपी की राज्य ईकाई को 10 अगस्त तक जवाब देने के लिए कहा गया था। याचिका दायर कर यह आरोप लगाया गया था कि राजे की यात्रा में सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है। इसके साथ ही, हाईकोर्ट ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मंडल लाल सैनी से यह कहा था कि वह पार्टी की तरफ से किए गए खर्च को लेकर हलफनामा दायर करें।

 

बीजेपी ने मुख्यमंत्री के रथ की ब्रांडिंग के ऊपर 1.75 लाख रुपये खर्च किए, जो एलिवेटर और सनरूफ से लैस था। ताकि, राजे बस की छत के जरिए भी जनता को संबोधित कर पाएं। पार्टी ने बताया कि 1.40 लाख रुपये पेट्रोल-डीजल और खाने पर इन सात दिनों में खर्च किए।

 

दैनिक समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ के पास मौजूद दस्तावेजों से यह जाहिर होता है कि बीजेपी ने अपनी गौरव यात्रा में 1.10 करोड़ रुपये खर्च किए। जिसमें 41.30 लाख रुपये टेंट हाउस को, 38.98 लाख रुपये पब्लिसिटी जिनमें बैनर्ट और कटआउट शामिल हैं और 25.99 लाख रुपये विज्ञापन पर खर्च किए गए।

 

पार्टी ने बताया कि 16 हजार रुपये पेन ड्राइव पर खर्च हुए। इनका इस्तेमाल वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा के दौरान गाने चलाने के लिए किए गए। जबकि, साढ़े तीन लाख रुपये उन गानों को कंपोज करने पर खर्च किए गए। इसके साथ ही, ‘हाफ कैप’ पर बीजेपी ने 32,568 रुपये, मास्क पर 20 हजार रुपये, भगवा और हरे रंग के मफलर पर 63 हजार रुपये खर्च किए गए। पार्टी ने स्टीकर्स पर 26 हजार रुपये, झंडे पर 1.17 लाख रुपये, हैंड कटआउट्स पर 91 हजार जबकि 13.38 लाख रुपये बिग कट-आउट्स पर खर्च किए गए।