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संकट में होती है व्यक्ति और संस्थान की पहचान, कोई बिखर तो कोई निखर जाता है: योगी

CM Yogi Adityanath

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने शनिवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (KGMU) के 120वें स्थापना दिवस समारोह में प्रमुख रूप से भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने केजीएमयू के 67 मेधावी छात्रों को मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान कर सम्मानित किया और संस्थान के विकास की दिशा को लेकर महत्वपूर्ण बयानों का जिक्र किया।

सीएम योगी ने कहा, “संकट के समय में ही किसी व्यक्ति और संस्थान की असली पहचान होती है। जब चुनौती सामने आती है, तो कुछ लोग पीछे हट जाते हैं, जबकि कुछ उसे चुनौती के रूप में स्वीकार कर निखर जाते हैं। हमें बिखरना नहीं है, हमें केजीएमयू का गौरव बढ़ाना है।” उन्होंने संस्थान के इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि केजीएमयू की यात्रा 1905 से शुरू होकर अब तक अपने शानदार सफर में लगातार आगे बढ़ रही है।

संस्थान को अगले 100 वर्षों के लिए गोल सेट करना होगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्थान को अगले 100 वर्षों के लिए गोल सेट करना होगा ताकि भविष्य में इसके गौरव को और बढ़ाया जा सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संस्थान के पास संसाधनों की कमी नहीं है, और अब हमें सेवाओं को बेहतर बनाने के बारे में सोचना चाहिए।

योगी आदित्यनाथ ने खासकर कोरोना महामारी के दौरान केजीएमयू की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि “केजीएमयू ने महामारी के दौरान जो मिसाल पेश की, वह सराहनीय है। जहां कुछ डॉक्टरों ने खुद को क्वारंटीन कर लिया था, वहीं केजीएमयू ने पूरी तत्परता से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार की नीतियों के अनुरूप काम किया।”

प्रमुख विकास योजनाएँ और बजट आवंटन
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कई महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की घोषणा भी की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने केजीएमयू के लिए 300 करोड़ रुपये की राशि अत्याधुनिक मशीनों और लैब के लिए स्वीकृत की है। इसके अलावा, 377 करोड़ रुपये सर्जरी डिपार्टमेंट की नई बिल्डिंग के निर्माण के लिए और 46 करोड़ रुपये फायर सिक्योरिटी के लिए स्वीकृत किए गए हैं। सीएम ने 70 करोड़ रुपये कार्डियोलॉजी विभाग के विस्तार के लिए भी मंजूरी दी है।

डॉक्टरों और स्टाफ से अपील
मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों और स्टाफ से मरीजों के साथ संवेदनशील व्यवहार की अपील की और कहा कि “बीमारी चली जाती है, लेकिन इलाज के दौरान किए गए व्यवहार को मरीज हमेशा याद रखते हैं।” उन्होंने डॉक्टर्स से वर्चुअल आईसीयू और टेलीमेडिसिन जैसी सुविधाओं पर विचार करने का आग्रह किया। इसके अलावा, मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को ध्यान में रखते हुए मानसिक रोग विभाग के विस्तार की आवश्यकता जताई।

सीएम ने किडनी और आर्गन ट्रांसप्लांट के क्षेत्र में तेज़ी से काम करने की अपील करते हुए कहा कि “ब्रेन डेड मरीजों के अंगों को दान करने से दूसरों की जान बचाई जा सकती है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाना जरूरी है।”

स्मृति चिह्न और अन्य सम्मान
इस मौके पर केजीएमयू के कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में डिप्टी सीएम बृजेश पाठक, राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, निदेशक आईआईटी कानपुर प्रो. मणिंद्र अग्रवाल, केजीएमयू की प्रतिवर्तमान उपकुलपति प्रो. अपजित कौर और डीन प्रो. अमिता जैन सहित कई अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने अंत में यह कहा कि केजीएमयू को अपनी सेवाओं और शिक्षा के मानकों को और ऊंचा उठाने की जरूरत है ताकि यह आने वाले समय में और भी बेहतर परिणाम दे सके।

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