उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने राजधानी लखनऊ से अकासा एयर (Akasa Air) की सेवाएं प्रारंभ होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए अपनी शुभकामनाएं दी हैं। लखनऊ से अकासा एयर की पहली उड़ान शुरू होने की पूर्व संध्या पर एयरलाइंस के अधिकारियों ने मुख्यमंत्री योगी को पहला बोर्डिंग पास (प्रतीकात्मक) प्रदान कर मुख्यमंत्री जी का अभिवादन किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी ने लोकसभा में 05 बार लखनऊ का प्रतिनिधित्व किया। आज उनकी जयंती पर लखनऊ से मुंबई और बेंगलुरु के लिए नई हवाई सेवा प्रारंभ हो रही है। यह हम सभी के लिए हर्षदायक है।
सीएम ने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री जी द्वारा प्रारंभ की गई ‘उड़ान’ योजना का उत्तर प्रदेश ने अत्यधिक लाभ प्राप्त किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने ‘हवाई चप्पल पहनने वाले आम आदमी के हवाई उड़ान’ का सपना देखा था, उत्तर प्रदेश में बेहतर होती हवाई सेवाएं, इस स्वप्न के साकार होने जैसी हैं।
एयर एशिया के अधिकारियों से वायुयान के मॉडल, रूट, ईंधन, किराया आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बेंगलुरु-लखनऊ-मुंबई रूट के लिए अकासा एयर अपनी वायुसेवा शुरू कर रही है। इसे वाराणसी से भी जोड़ा जाना चाहिए। यह रूट सर्वाधिक यात्रियों वाला है। यह उत्तर प्रदेशवासियों और अकासा एयर दोनों के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होगा।
योगी ने कहा कि विकास की गति को तेज करने में कनेक्टिविटी का बड़ा योगदान है। इस लिहाज से प्रदेश में एक्सप्रेस वे का निर्माण और अधिकाधिक शहरों को हवाई सेवाओं से जोड़ा जा रहा है। हवाई सेवाओं को बेहतर करने के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर विकास के लिए प्रदेश सरकार, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया का सहयोग भी ले रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले प्रदेश में मुख्यतः लखनऊ और वाराणसी में ही एयरपोर्ट थे। गोरखपुर और आगरा में आंशिक रूप से क्रियाशील एयरपोर्ट थे। तब 04 एयरपोर्ट से मात्र 25 गंतव्यों तक वायुसेवा उपलब्ध थी, आज 09 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं और 10 पर काम जारी है। आज प्रदेश से 75 गंतव्यों तक वायुसेवा की सुविधा है।
सीएम योगी ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले गोरखपुर से दिल्ली तक केवल एक फ्लाइट थी। आज 14 उड़ानें हैं और मैं जब पूछता हूँ तो पता लगता है कि सभी भरकर आती हैं और भरकर ही जाती हैं इसने गोरखपुर के विकास को नई गति दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार 10 नए एयरपोर्ट का निर्माण करा रही है। अलीगढ़, आज़मगढ़, मुरादाबाद, सहारनपुर, चित्रकूट, श्रावस्ती और सोनभद्र जैसे क्षेत्रों में हवाई सेवा की शुरूआत होने जा रही है। कुछ समय पहले तक यह कल्पनातीत था। चित्रकूट में तो बहुत ऊंचाई पर हवाई अड्डा बन रहा है।
योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अतिशीघ्र 05 अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला राज्य बनने जा रहा है। वर्तमान में वाराणसी, कुशीनगर और लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट क्रियाशील हैं, जबकि जेवर और अयोध्या में एयरपोर्ट का निर्माण जारी है। इस क्षेत्र में अपार संभावनाएँ हैं। अकासा एयर को इसका लाभ मिलेगा।
एयर अकासा के अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ, वाराणसी अथवा कुशीनगर से काठमांडू के लिए वायुसेवा शुरू की जानी चाहिए। यहां से बौद्ध देशों के लिए भी हवाई उड़ान की सेवाओं की मांग है। अकासा एयर को इस संबंध में भी विचार करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 करोड़ प्रदेशवासियों को बेहतर कनेक्टिविटी-अच्छी वायुसेवा देना शासन का दायित्व है। प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में हम इस दायित्व का सफलतापूर्वक निर्वहन कर रहे हैं। वायुसेवा सामान्य कनेक्टिविटी सुविधा भर नहीं है, बल्कि पर्यटन संवर्धन को भी गति देने में उपयोगी हैं। बेहतर वायुसेवा की प्रधानमंत्री जी की संकल्पना को साकार करने में उत्तर प्रदेश अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान करेगा।
इस अवसर पर अकासा एयर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे, सह-संस्थापक नीलू खत्री, सह संस्थापक प्रवीण अय्यर, उपाध्यक्ष हरजिंदर सिंह सहित अनेक शीर्षस्थ अधिकारी उपस्थित रहे।
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