उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कानून-व्यवस्था से लेकर विकास कार्यों पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) पर जमकर हमला बोला और विपक्ष के आंकड़ों को गलत बताया।
संभल के 67 तीर्थों-19 कूपों को मिटाने की हुई कोशिश
सीएम योगी ने संभल को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा, ‘जो हमारा है, हमें मिल जाना चाहिए। इससे इतर कुछ नहीं। उन्होंने दावा किया कि एक शरारत के तहत संभल के 67 तीर्थों और 19 कूपों (कुओं) की पहचान मिटाने की कोशिश की गई थी। लेकिन सरकार ने 54 तीर्थों और 19 कूपों को फिर से खोज निकाला।
#Watch । विधानसभा में सीएम योगी ने कहा- संभल में 56 वर्षों के बाद शिव मंदिर में जलाभिषेक का कार्यक्रम भी हुआ। हमने तो वही कहा है कि जो हमारा है, वह हमें मिल जाना चाहिए…@myogiadityanath । @SureshKKhanna । @samajwadiparty । @UPVidhansabha । #yogiroarsinassembly pic.twitter.com/HH1hAlv1yp
— Breaking Tube News (@breakingtube1) March 4, 2025
महाकुंभ में नहीं हुई एक भी अपराध की घटना
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ का जिक्र करते हुए कहा कि 66 करोड़ लोग कुंभ में पहुंचे, लेकिन एक भी अपराध की घटना नहीं हुई। उन्होंने कहा कि न तो लूट, छेड़खानी, रेप या हत्या जैसी कोई घटना हुई और हर कोई सुरक्षित घर लौटा।
सपा पर हमला, शिवपाल पर तंज
सीएम योगी ने समाजवादी पार्टी को घेरते हुए कहा कि सपा खुद को डॉ. राममनोहर लोहिया की पार्टी कहती है, लेकिन उनके बताए रास्ते पर नहीं चलती। लोहिया जी ने कहा था कि राम, कृष्ण और शंकर भारत के आदर्श हैं, लेकिन सपा को इन देवताओं पर भरोसा नहीं है। इसके अलावा, उपचुनाव की चर्चा करते हुए सीएम योगी ने सपा नेता शिवपाल सिंह यादव पर तंज कसते हुए कहा, ‘चुनाव कैसे जीता जाता है, यह चच्चू (शिवपाल) से बेहतर कौन जानता है?’
महाकुंभ से आर्थिक लाभ का दावा
सीएम योगी ने विधानसभा में कहा कि महाकुंभ सिर्फ आध्यात्मिक नहीं, बल्कि आर्थिक रूप से भी फायदेमंद रहा। महाकुंभ में भारत की संस्कृति और विरासत की छाप देखने को मिली, जहां जाति, धर्म और क्षेत्र का कोई भेदभाव नजर नहीं आया। सीएम योगी के इन बयानों को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।
देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं.