मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने सोमवार को वाराणसी (Varanasi) के सिगरा स्थित भारत सेवाश्रम संघ परिसर में दुर्गा पूजा समारोह के अवसर पर संतों और सन्यासियों को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्र-धर्म की रक्षा और निर्दोषों की सुरक्षा के लिए यदि हिंसा करनी पड़े, तो यह धर्मसम्मत है। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिन्दू धर्म ‘अहिंसा परमो धर्मः’ की बात करता है, लेकिन शास्त्र ‘धर्म हिंसा तथैव च…’ का आह्वान भी करता है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की एकता और अखंडता को यदि कोई चुनौती देगा, तो राष्ट्र की सुरक्षा और संप्रभुता की रक्षा के लिए धर्मसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
महिलाओं को वितरित की सिलाई मशीनें
मुख्यमंत्री ने भारत सेवाश्रम संघ के संस्थापक स्वामी प्रणवानंद का जिक्र करते हुए कहा कि उनका ध्येय राष्ट्रवाद और सेवा था। उन्होंने समाज के दीन-दुखियों की सेवा के लिए अपने जीवन को समर्पित किया। सीएम योगी ने इस मौके पर मां दुर्गा की प्रतिमा का पूजन-अर्चन किया और जरूरतमंद महिलाओं को सिलाई मशीनें वितरित कीं। कार्यक्रम में भारत सेवाश्रम संघ के अध्यक्ष पूर्ण आत्मानंद महाराज, महापौर अशोक तिवारी, और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
हमारा हिंदू धर्म स्पष्ट कहता है कि 'अहिंसा परमो धर्म:'
लेकिन, राष्ट्र रक्षा के लिए, धर्म रक्षा के लिए, निर्दोष लोगों को बचाने के लिए हिंसा करनी पड़े तो 'धर्मसम्मत' मान्य है और यह आह्वान भारत का 'शास्त्र' करता है… pic.twitter.com/YzcU3G1VFT
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 7, 2024
भारत की सुरक्षा मजबूत हाथों में: योगी आदित्यनाथ
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश दुनिया की एक बड़ी ताकत बनकर उभरा है। उन्होंने कहा कि भारत के पास सांस्कृतिक और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध विरासत है, जिसे संरक्षित करने के लिए सबको मिलकर काम करना होगा। उन्होंने विश्वनाथ धाम और अयोध्या में रामलला के भव्य मंदिर का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमारे सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है।
राष्ट्रवादी चेतना का ध्येय लेकर चले थे स्वामी प्रणवानंद
योगी आदित्यनाथ ने स्वामी प्रणवानंद को याद करते हुए कहा कि उन्होंने भारत की राष्ट्रवादी चेतना को जागृत करने के लिए एक अभियान चलाया था। छुआछूत और अस्पृश्यता के खिलाफ उनका प्रयास अत्यंत सराहनीय था। मुख्यमंत्री ने बताया कि भारत सेवाश्रम संघ का आश्रम अगले चार वर्षों में अपना शताब्दी महोत्सव मनाने जा रहा है, जो उनके योगदान को दर्शाता है।
शहर की सीवर और पेयजल व्यवस्था पर योगी की चिंता
मुख्यमंत्री ने वाराणसी की सीवर और पेयजल व्यवस्था को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रमुख सचिव आवास, सिंचाई, नगर विकास और नमामि गंगे के अधिकारी वाराणसी आकर कार्ययोजना बनाएं और इसके लिए किसी विशेषज्ञ संस्था से सर्वे करवाएं। उन्होंने विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा भी की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे की तैयारियों का जायजा लिया।