भारत में अब ट्विटर ने कानूनी सुरक्षा का आधार गंवा दिया है। ट्विटर की ओर से 25 मई से लागू हुए आईटी नियमों का अनुपालन अब तक नहीं किया गया, जिसके बाद उसके खिलाफ यह ऐक्शन लिया गया है। जिसके बाद अब पीएम से लेकर सीएम तक ने Koo एप का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। यूपी सीएम ने भी ट्विटर के प्रति नाराजगी जताते हुए Koo का समर्थन करना शुरू कर दिया है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी बुधवार को Koo एप पर संदेश लिखा।
सीएम ने लिखा ये
जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी ने koo ऐप पर अपने संदेश में लिखा- ‘गाजीपुर में मां गंगा की लहरों पर तैरते संदूक में रखी नवजात बालिका ”गंगा” की जीवन-रक्षा करने वाले नाविक ने मानवता का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। नाविक को आभार स्वरूप सभी पात्र सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा प्रदेश सरकार नवजात बच्ची के लालन-पालन का संपूर्ण प्रबंध करेगी।
इसलिए छीना गया सुरक्षा का अधिकार
गौरतलब है कि नए आईटी नियमों के अनुरूप कंपनी अनुपालन अधिकारियों को नियुक्त करने में विफल रही जिसके कारण ट्विटर को मिला सुरक्षा का अधिकार छिन गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, कंपनी का रवैया नए आईटी नियमों के अनुरूप नहीं है, इस कारण उस पर कार्रवाई करना जरूरी हो गया था। अब किसी भड़काऊ पोस्ट के लिए सीधे ट्विटर को जिम्मेदार माना जाएगा और पुलिस उसके शीर्ष अधिकारियों पर शिकंजा कस सकेगी।
ध्यान रहे कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को 25 मई तक अनुपालन अधिकारियों की नियुक्ति करनी थी, लेकिन कई ने लॉकडाउन और दूसरी दिक्कतों का हवाला देते हुए जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लिया। ट्विटर ने शुरू में कुछ नियुक्तियां की थीं, लेकिन इन्हें सरकार की ओर से खारिज कर दिया गया क्योंकि बाहरी कानूनी सलाहकारों को थर्ड पार्टी अपॉइंटमेंट दिया गया था। इन्हें ट्विटर ने नियुक्त नहीं किया था बल्कि ट्विटर के लिए नियुक्त किया गया था।
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