उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) का राजनीतिक प्रभाव केवल प्रदेश तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने राष्ट्रीय राजनीति में भी अपनी मजबूत पहचान बना ली है। हाल ही में जारी इंडियन एक्सप्रेस की ‘100 ताकतवर भारतीय’ सूची में योगी आदित्यनाथ का नाम छठे नंबर पर है, जो यह साबित करता है कि उनका प्रभाव और लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले नंबर पर, गृहमंत्री अमित शाह दूसरे, और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत चौथे स्थान पर हैं।
सीएम योगी की ब्रांड छवि
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ अब एक ‘ब्रांड’ बन चुके हैं। उनकी सख्त प्रशासनिक शैली और निर्णायक नेतृत्व ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक अलग पहचान दिलाई है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि योगी की कार्यशैली की नकल भाजपा के कई मुख्यमंत्रियों के अलावा विपक्षी नेताओं ने भी की है। उनकी छवि अब सख्त प्रशासक की बन चुकी है, और यह उनके नेतृत्व को मजबूत करती है।
Also Read – यूपी के धार्मिक मार्गों का होगा ऐतिहासिक कायाकल्प, शासन ने 76.84 करोड़ का बजट किया पास
सख्त फैसले और निर्णायक कार्यशैली
योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि वह निर्णय लेने में देर नहीं करते। उनका शासन बिना किसी दबाव के सख्त फैसले लेने की छवि बना चुका है। यही कारण है कि उन्हें भाजपा का सबसे बड़ा स्टार प्रचारक माना जाता है, और चुनावी राज्यों में उनकी मांग हमेशा बनी रहती है।
प्रशासनिक दक्षता
सीएम योगी अपनी दिनचर्या में बहुत सख्त हैं। वह सुबह जल्दी उठते हैं और अधिकारियों के आने से पहले कई अखबार पढ़ते हैं। प्रदेश की हर छोटी-बड़ी घटना पर उनकी नजर रहती है, जिससे वह तत्काल कार्रवाई कर पाते हैं। उनका यह प्रशासनिक कौशल उन्हें प्रदेश में मजबूत पकड़ बनाने में मदद करता है।
Also Read- योगी कैबिनेट ने 19 प्रस्तावों को दी मंजूरी, गेहूं का समर्थन मूल्य अब इतना!
विशेष योजनाओं से पहचान
योगी आदित्यनाथ की कई योजनाओं ने उन्हें खास पहचान दिलाई है। उनकी ‘बुलडोजर नीति’ ने उन्हें एक मजबूत और निर्णायक नेता के रूप में प्रस्तुत किया है। इस नीति के तहत, सरकार ने कथित दंगाईयों और अपराधियों की संपत्तियों पर कार्रवाई की, और इसे कई अन्य राज्यों ने भी अपनाया। साथ ही, महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ‘एंटी-रोमियो स्क्वॉड’ की शुरुआत की, जो अब देशभर में एक मॉडल बन चुका है।
राजनीतिक प्रभाव का राष्ट्रीय विस्तार
योगी आदित्यनाथ की राजनीतिक पकड़ केवल उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि उनका प्रभाव देशभर में बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड और दिल्ली जैसे राज्यों में भी उनके समर्थन की मांग रही है। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए उपचुनावों में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 9 में से 7 सीटें जीतीं, और यहां तक कि सपा के गढ़ में भी सीट छीनने में सफलता हासिल की।
बढ़ती लोकप्रियता और राजनीतिक प्रभाव
योगी आदित्यनाथ ने अपने कठोर प्रशासनिक कार्यों और सख्त फैसलों के जरिए न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश में अपनी एक सशक्त पहचान बनाई है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता और राजनीतिक प्रभाव अब उन्हें देश के सबसे ताकतवर नेताओं में शुमार कर रहे हैं।