जहां एक तरफ यूपी पुलिस के जवान महिला सुरक्षा का दावा करती है, वहीं दूसरी तरफ विभाग के ही कुछ पुलिसकर्मी ही सभी दावों को हवा में उड़ा रहे हैं। मामला शाहजहांपुर का है, जहां तैनात एक सीओ यौन शौषण के आरोप में दोषी पाए गए हैं। जिसके बाद उनको निलंबित करके मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है। इस मामले में 2019 से जांच चल रही थी। अब जाकर जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई की गई है।
ये था मामला
एनबीटी की खबर की मानें तो 2019 में सीओ नवनीत नायक प्रतापगढ़ में तैनात थे। इसी दौरान वह एक युवती के संपर्क में आए थे और लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे थे। जानकारी के अनुसार सीओ ने महिला से शादी करने की बात कही थी। बाद में सीओ ने किसी दूसरी लड़की से शादी कर ली। इसके बाद पीड़िता ने शासन में सीओ नवनीत नायक के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद एसपी प्रतापगढ़ पूरे मामले की जांच कर रहे थे।
एक साल पहले ही आए थे शाहजहांपुर
एक साल पहले ही उनकी तैनाती शाहजहांपुर में हुई थी और उन्हें पुवायां में सर्किल ऑफिसर बनाया गया था। एसपी प्रतापगढ़ की जांच में सीओ पर लगे आरोप सही पाए जाने के बाद रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी। एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने सीओ नवनीत नायक को सस्पेंड कर दिया और सीओ को डीजीपी कार्यालय से अटैच किया गया है।
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