यूपी: महिला सिपाही संग रंगरलियां मनाना CO को पड़ा महंगा, CM योगी के आदेश पर डिमोट करके बने इंस्पेक्टर

 

 

कुछ दिन पहले ही उन्नाव के पुलिस विभाग में उस वक्त हड़कंप मच गया था जब वहां तैनात एक सीओ साहब को महिला सिपाही के साथ रंगे हाथों रंगरलियां मनाते पकड़े गए थे। जिसके बाद ये मामला डीजीपी तक पहुंच गया था। अब सीएम योगी के आदेश पर सीओ साहब को डिमोट करके वापस इंस्पेक्टर बना दिया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि सीओ पर आचरणहीनता का आरोप लगा है। जिसके चलते ये कार्रवाई की गई है। बता दें उस वक्त सीओ के साथ महिला सिपाही का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था, जिस वजह से महकमे की काफी किरकिरी भी हुई थी।

चल रही थी विभागीय जांच

जानकारी के मुताबिक, जुलाई, 2021 में उन्नाव में सीओ बीघापुर के पद पर तैनात कृपा शंकर कानपुर के एक होटल में परिचित महिला सिपाही के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाए गए थे। वह एक दिन की छुट्टी लेकर निकले थे और महिला सिपाही को लेकर कानपुर पहुंच गये थे। सीओ के घर न पहुंचने पर पत्नी ने उनकी तलाश शुरू की थी और पुलिस को भी सूचना दी थी। जिसके बाद उनकी तलाश शुरू हुई थी और वह होटल के कमरे में महिला सिपाही के साथ मिले थे। उन्हें निलंबित कर दिया गया था और आचरण नियमावली के तहत उनके विरुद्ध विभागीय जांच शुरू की गई थी। जिसके बाद अब सीएम के निर्देशन में उन्हें डिमोट करने का फैसला किया गया है।

ये था मामला

गौरतलब है कि सीओ उन्नाव के एक ग्रामीण सर्किल में तैनात थे। वो मूल रूप से गोरखपुर मंडल के एक जिले के रहने वाले हैं। उन्होंने पिछले साल घर जाने के लिए एसपी से अवकाश लिया था। करीब चार बजे वह एक महिला सिपाही के साथ माल रोड स्थित होटल पहुंचे और वहां किराए का कमरा लेकर ठहर गए। हालांकि सीओ ने अपना प्राइवेट व सरकारी मोबाइल नंबर दोनों बंद कर दिए। इधर पत्नी ने रात फोन मिलाया तो सभी नंबर बंद मिले। पता चला कि वह तो अवकाश लेकर घर के लिए निकले हैं। इससे पत्नी और परेशान हो उठीं। रात उन्होंने एसपी उन्नाव को फोन करके पति की हत्या की आशंका व्यक्त करते हुए मदद मांगी।

अनहोनी की आंशका होते ही एसपी उन्नाव ने आनन फानन सर्विलांस टीम को सक्रिय किया तो उन्नाव पुलिस ने सीओ के मोबाइल नम्बर से उनकी लोकेशन ट्रेस की। लोकेशन कानपुर के मॉल रोड स्थित एक होटल की मिली। इसके बाद वहां से सिविल ड्रेस में दो दरोगा रात 12 बजे होटल पहुंचे। यहां से मदद को फीलखाना से एक दरोगा और दो सिपाही पहुंच गए थे। जिसके बाद सीओ और महिला सिपाही को रंगेहाथ पकड़ा गया। इस पूरे मामले के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

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