ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत आतंकी गतिविधियों पर शिकंजा कसते हुए देश की सुरक्षा एजेंसियों ने चौकसी और तेज कर दी है। हाल ही में तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद एक और बड़ी सफलता गुजरात एटीएस (Gujrat ATS) को मिली है। एजेंसी ने बेंगलुरु से 30 वर्षीय महिला शमा परवीन (Shama Parveen) को गिरफ्तार किया है, जिसे भारत में अल कायदा की मास्टरमाइंड बताया जा रहा है।
बेंगलुरु से हुई गिरफ्तारी, महिला थी संगठन की मुख्य कड़ी
गुजरात ATS के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल सुनील जोशी के मुताबिक, शमा परवीन लंबे समय से बेंगलुरु से अल कायदा के लिए काम कर रही थी। पिछले सप्ताह पकड़े गए तीन आतंकियों से पूछताछ के दौरान उसके नाम का खुलासा हुआ। इसके बाद ATS ने बेंगलुरु में गुप्त ऑपरेशन चलाते हुए शमा को हिरासत में लिया।
21-22 जुलाई को चार आतंकियों की गिरफ्तारी से खुला राज
इससे पहले 21 और 22 जुलाई को गुजरात ATS ने अल कायदा से जुड़े चार आतंकियों को गिरफ्तार किया था। ये गिरफ्तारियां अहमदाबाद, मोडासा (गुजरात), नोएडा (उत्तर प्रदेश) और चांदनी चौक (दिल्ली) से की गई थीं। पकड़े गए आतंकियों में फार्दीन शेख, सैफुल्ला कुरैशी, जाशीन अली और मोहम्मद फाईक शामिल हैं। इनके पास से जिहादी साहित्य और संदिग्ध इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए।
सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान से संपर्क
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया कि ये आतंकी सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान में मौजूद कट्टरपंथी संगठनों के संपर्क में थे। पांच इंस्टाग्राम अकाउंट्स के जरिए वे भड़काऊ भाषण, जिहादी कंटेंट और कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहे थे। इन्हीं अकाउंट्स के जरिए भारत में जिहाद फैलाने की साजिश रची जा रही थी।
शमा परवीन की गिरफ्तारी
शमा परवीन की गिरफ्तारी से स्पष्ट होता है कि भारत में आतंकी संगठनों का नेटवर्क किस तरह से डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर फैलाया जा रहा है। सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से एक बड़े मॉड्यूल का पर्दाफाश हो सकता है, और आने वाले दिनों में और भी अहम खुलासे हो सकते हैं।