उत्तर प्रदेश में यूपी पुलिस के जवान लोगों की सुरक्षा में भले ही लगातार खड़े रहते हों, पर कई जगहों पर उन्हीं के साथ बदसलूकी की घटना सामने आती है। मामला झांसी का है, जहां सिपाही ने आरोप लगाया है कि दंबगों ने उसके मकान का ताला तोड़कर घर में रखा सामान लेकर भाग गए। उसकी पत्नी ने पुलिस से इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पत्नी को थाने से भगा दिया। हालांकि पुलिस ने सिपाही के सभी आरोपों को सिरे से ख़ारिज किया है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, रजत कश्यप झांसी के थाना सदर बाजार क्षेत्र के रहने वाला है। वह आगरा में सिपाही के पद पर तैनात है। सदर बाजार लालता प्रसाद कंपाउंड में उनका मकान है। इसी मकान को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है। आरोप है कि शनिवार रात उनके माता-पिता भट्टागांव वाले घर पर थे। देर रात हथियार से लैस दर्जनों लोग उसके लालता प्रसाद कंपाउंड वाले आवास पर पहुंचे।
घर का ताला तोड़कर सारा सामान उठा ले गए। सूचना मिलने पर उसकी मां और पिता स्कूटी से घर की ओर आ रहे थे। रास्ते में आरएलपीएस के पास एक तेज गति से आ रहे वाहन ने स्कूटी को टक्कर मार दी। हादसे में पिता सोहन लाल और मां घायल हो गए। पिता की हालत नाजुक है। उसने माता-पिता के हादसे को बड़ा षड़यंत्र होने का आरोप लगाया है। उसकी पत्नी भी पुलिस में है। बावजूद इसके उनकी सुनवाई नहीं हो रही।
पुलिस ने किया आरोपों का खंडन
इस आरोप के चलते सदर थाना प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि मकान मालिक और किराएदार के बीच विवाद है। एक्सीडेंट स्वयं हुआ है। थाने से कोई नहीं भगा रहा है। थाने आकर शिकायत दें, जांच कर कार्रवाई की जाएगी। घूस लेने की बात पर कहा कि वो मकान मालिक और किराएदार है, पुलिस की उसमें क्या भूमिका। पुलिस पर आरोप लगाना आसान है। पुलिस पर लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं।