अमरोहा: सिपाही पंकज ने मानसिक तनाव में आकर किया सुसाइड, यूपी पुलिस के खराब ड्यूटी सिस्टम को ठहराया जिम्मेदार

उत्तर प्रदेश में ध्वस्त ड्यूटी सिस्टम से तंग आकर सिपाहियों की आत्महत्या का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला अमरोहा (amroha) जिले का है, जहां एक सिपाही ने खुद को फांसी पर लटका कर आत्महत्या कर ली. मौके से छानबीन करने के लिए पुलिस पहुंच गयी है लेकिन अभी तक थाना प्रभारी ने घटनास्थल से सुसाइड भी बरामद हुआ है. घटना के बाद सिपाही के घर में हाहाकार मच गया.


किराए पर रहता था सिपाही

जानकारी के मुताबिक, अमरोहा (amroha) में तैनात सिपाही पंकज पुत्र नरेश मूल रूप से मुजफ्फरनगर के गांव मोहम्मद मारन के रहने वाले थे. साथी सिपाहियों ने बताया कि सोमवार की रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक सिपाही की ड्यूटी थी. सिपाही थाने के पास ही दुसरे सिपाही अतुल के साथ किराए पर रहता था. अतुल सोमवार को ड्यूटी करने के बाद अपने रिश्तेदार के यहां चला गया था. सुबह आज जब वो वापस लौटा तो सिपाही का शव फंदे पर लटका हुआ था.


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ड्यूटी सिस्टम से तंग आकर ही सिपाही ने की आत्महत्या

उसने फ़ौरन ही थाने में सूचना दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने छानबीन की तो एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ. वहीं सुसाइड नोट में ये साफ़ तौर पर लिखा है कि ड्यूटी सिस्टम से तंग आकर ही सिपाही ने अपनी जीवनलीला समाप्त की. इस नोट में विभाग से सिस्टम सुधारने का भी निवेदन किया गया है.


सुसाइड नोट में मृतक पंकज ने अपनी मौत के लिए ख़राब ड्यूटी सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया है. उसने लिखा है कि ड्यूटी सिस्टम ठीक न होने की वजह से वह मानसिक रूप से कमजोर हो गया है. लिहाजा वह आत्महत्या करने जा रहा है. उसने सुसाइड नोट में डीजीपी से गुहार भी लगाई है कि उसका जान देना बेकार नहीं जाएगा और ड्यूटी सिस्टम में सुधर करे उस जैसे तमाम कर्मचारियों की जिंदगी बचाएंगे.


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अब सवाल यह उठता है कि आखिर क्या उत्तर प्रदेश में सिपाहियों की जान की कोई वैल्यू नहीं है. पूरी तरह से ध्वस्त हो चुके इस ड्यूटी सिस्टम से पूरे यूपी के पुलिसकर्मी प्रताड़ित हैं. न कोई घर जा पता है, न सो पता है और नाही उनके पास खाने का टीमे होता है. ऐसे में मानसिक रूप से कमजोर कुछ सिपाहियों के पास अपनी जावन लीला खत्म करने के अलावा कोई ऑप्शन नहीं बचता है.


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