उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में खनन माफियाओं ने एक सिपाही को कुचल कर उसकी हत्या कर दी थी। जिसके बाद पुलिस लाइन में पुलिस के जवानों ने नम आंखों से सिपाही को आखिरी श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सिपाही के साथी उसकी तारीफ किए बिना नहीं थक रहे थे। पुलिसकर्मियों का कहना था कि मृतक सिपाही काफी शालीन स्वभाव का व्यक्ति था।
लॉकडाउन में की थी लोगों की मदद
जानकारी के मुताबिक, आगरा जिले के सैंया थाने के पुलिसकर्मियों का कहना था कि कोरोना काल में सिपाही सोनू ने लोगों की मदद की थी। इससे लोग प्रभावित थे। उनका स्वभाव भी काफी अच्छा था। लॉकडॉउन के समय सिपाही ने काफी बार लोगों तक खाना और मदद भी पहुंचाई थी। सिपाही काफी शांत स्वभाव के व्यक्ति थे। जिस वजह से कभी उसकी किसी से लड़ाई नहीं। सिपाही के बारे में बात करने वाले हर व्यक्ति की आंख नम थी। थाने के लोगों ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
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परिजनों ने बताया कि पिता की मौत के बाद सोनू ही परिवार के मुखिया थे। घर के सभी निर्णय वो ही लेते थे। सूचना पर दोपहर में परिजन आए। पोस्टमार्टम के बाद सिपाही के पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन लाया गया। यहां पर अंतिम विदाई दी गई। सलामी के बाद पार्थिव शरीर को परिजन गांव में ले गए।
ये है मामला
आगरा (Agra) जनपद के खेरागढ़ में रविवार को खनन माफिया के गुर्गों ने सिपाही (Police Constable) सोनू कुमार चौधरी की ट्रैक्टर चढ़ा कर हत्या कर दी। सिपाही को ट्रैक्टर के नीचे दबा छोड़कर गुर्गे फायरिंग करते हुए भाग गए। सिपाही को खून से लथपथ देखकर साथ गए पुलिस कर्मियों के होश उड़ गए। घटना की सूचना पाकर फोर्स के साथ एसपी ससिटी बोत्रे रोहन प्रमोद मौके पर पहुंचे। पुलिस आसपास के क्षेत्र में खनन माफिया के गुर्गों को तलाश रही है।
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