इटावा जिले में एक सिपाही के आत्महत्या करने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. दरअसल, जो पुलिस टीम मामले की जांच कर रही है उसका दिमाग इस वक्त चकरा गया है. इसकी वजह है अजीबो गरीब तरह से सबूत मिलना. पहले तो ये बात सामने आई है कि सिपाही किसी तरह से परेशान नहीं था. इसके अलावा सिपाही के कमरे में फांसी का फंदा भी मिला. वहीं, तीसरी मंजिल को जाने वाली सीढ़ियों की बीम पर भी खून लगा मिला. सीढ़ियों की बीम पर ही टूटी हुई रस्सी बंधी मिली है. फिलहाल अब कानपुर से फॉरेंसिक टीम भी बुलाई गई है, जो जल्द ही मामले का खुलासा कर देगी.
नहीं आई गोली का आवाज
जानकारी के मुताबिक, इटावा जिले में एक सिपाही प्रेम प्रकाश ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. सिपाही ने पहले अपने हाथ की नसे काटीं थीं. जब इसमें सफलता नहीं मिली तो खुद को गोली मार ली. परिजनों की माने प्रेम आखिरी मर्तबा सिर्फ एक दिन के लिए 29 मार्च को कुछ विभागीय कागजात लेकर एटा गए थे. उसके बाद अपने घर पर रुके थे. बीते तीन दिनों से उन्होंने घर पर संपर्क नहीं किया. घर वालों ने कई बार उन्हें फोन किया, लेकिन हर बार बंद आया.
एसपी ग्रामीण सत्यपाल सिंह ने बताया कि दो दिन पहले सिपाही का फोन गिर गया था, जिस कारण फोन बंद आ रहा था. यहां सवाल उठता है कि दो दिन पहले खोया फोन अचानक दूसरी मंजिल के कमरे के बाहर कैसे मिल गया? इसी कमरे की जाली भी टूटी मिली है. इतना ही नहीं, इसी कमरे के पास एक स्थान पर खून पड़ा मिला. तीसरी मंजिल को जाने वाली सीढ़ियों की बीम पर भी खून लगा मिला. सीढ़ियों की बीम पर ही टूटी हुई रस्सी बंधी मिली है.
ये था मामला
इटावा जिले के ऊसराहार थाना क्षेत्र के तहसील मुख्यालय पर कोषागार की सुरक्षा मे तैनात गारद के सिपाही प्रेम प्रकाश जाटव पुत्र जगदीश सिंह निवासी नगला केवल थाना कोतवाली एटा ने मंगलवार की सुबह तहसील मुख्यालय की तीसरी मंजिल पर सरकारी रायफल को जबड़े के समीप सटाकर गोली मारकर आत्महत्या कर ली. गोली इतना पास से मारी गई थी कि वो गर्दन के पार निकल गई. सिपाही द्वारा आत्महत्या की खबर सामने आते ही साथी पुलिसकर्मियों ने सिपाही को तत्काल सैफई पीजीआई पहुंचाया जहां उसकी मौत हो गई.