उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में क्रशर कारोबारी की मौत के बाद से फरार निलंबित आईपीएस और सिपाही में से अब सिपाही ने सरेंडर कर दिया है। सिपाही ने लखनऊ की एंटी करप्शन कोर्ट में जाकर सरेंडर किया है। जिसके बाद सिपाही को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। इस सिपाही पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं और हाल ही ने इसके ऊपर ईनाम भी घोषित किया गया था।
14 दिन की हिरासत में सिपाही
जानकारी के मुताबिक, प्रदेश के महोबा जिले के बर्खास्त सिपाही अरुण कुमार यादव ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। जिसके बाद सिपाही की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। अरुण यादव ने लखनऊ की एंटी करप्शन कोर्ट में सरेंडर किया है। फिलहाल, अरुण यादव को 14 दिन की हिरासत में जेल भेजा गया है।
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बता दें कि महोबा में कबरई के क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की संदिग्ध मौत के मामले में फरार चल रहे IPS मणिलाल पाटीदार और सिपाही अरुण यादव पर सोमवार को SP अरुण कुमार श्रीवास्तव ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था। IPS मणिलाल पाटीदार समेत तीन पुलिसकर्मियों को 15 नवंबर को लखनऊ की स्पेशल कोर्ट ने भगोड़ा घोषित किया था।
इस मामले के बाद से थे फरार
महोबा के कबरई के मोहल्ला जवाहर नगर निवासी क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी 7 सितंबर को तत्कालीन SP मणिलाल पाटीदार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल किया था। कारोबारी ने वीडियो व पत्र सीएम और डीजीपी को भी भेजा था। वीडियो में व्यापारी ने कबरई पत्थरमंडी ठप होने के चलते पैसे न देने की असमर्थता जताई थी। साथ ही एसओ पर भी गंभीर आरोप लगाए थे। उसने हत्या की आशंका भी जताई थी। इसी बीच अगली सुबह इंद्रकांत अपनी कार में घायल मिले। उनके गले पर गोली लगी थी। उन्हें इलाज के लिए कानपुर के रीजेंसी अस्पताल भेजा गया। लेकिन 13 सितंबर को मौत हो गई। मामले में 11 सितंबर को ही शासन के निर्देश पर पुलिस ने IPS मणिलाल पाटीदार, कबरई थाने के प्रभारी देवेंद्र शुक्ला, सिपाही अरुण यादव और दो व्यापारियों पर IPC की धारा 302 के तहत केस दर्ज किया।
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