महिला सुरक्षा का दावा करने वाले यूपी पुलिस विभाग के कई जवान ही इन दावों को खोखला साबित करने में जुटे हैं. मामला मुरादाबाद जिले का है जहां एलआईयू में तैनात महिला हेड कांस्टेबल ने अपने सिपाही पति और सुसरालियों समेत चार के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट का केस दर्ज किया है. पीड़िता का आरोप है कि, दूसरी बेटी पैदा होने के बाद पति और सुसरालियों की प्रताड़ना और बढ़ गई थी. हाल ही में सिपाही ने पीड़िता के साथ मारपीट भी की थी. जिससे तंग आकर पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत की है.
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, मुरादाबाद स्थानीय अभिसूचना इकाई (एलआईयू) में डोली चैधरी हेड कांस्टेबल के पद पर तैनात है. उनकी शादी 23 फरवरी 2016 को बागपत के बिनौली थाना क्षेत्र के गांव फतेहपुर पट्टी निवासी कुलदीप तोमर से हुई थी. कुलदीप यूपी पुलिस में सिपाही के पद पर बिजनौर जिले में तैनात है. डोली चौधरी के अनुसार शादी के दो माह बाद ही पति कुलदीप, सास सुशीला देवी, ससुर आत्मारात और जेठ रविंद्र सिंह का व्यवहार बदल गया. ससुराल वाले उसकी पूरी सैलरी लेने लगे.12 मार्च 2017 को डोली ने बेटी को जन्म दिया. इसके बाद से पीड़िता से पांच लाख रुपये की मांग ससुराल वाले करने लगे.
पीड़िता के अनुसार उत्पीड़न के बीच छह अगस्त 2020 को उसने दूसरी बेटी को जन्म दिया. इसके बाद पति व उसके परिवार वाले आग बबूला हो गए. बेटी पैदा होने पर वह लोग ताने मारने लगे. पांच लाख रुपए मायके से लाने का दबाव बनाने लगे. 17 सितंबर की रात पति ने महिला कांस्टेबल को बेरहमी से पीटा. जान से मारने की धमकी देते हुए तमंचा भी तान दिया. उस पर चाकू से भी हमला किया. किसी तरह महिला सिपाही ने गिड़गिड़ाते हुए जान की भीख मांगी.
एसएसपी से मांगी मदद
अपने ही सिपाही पति के उत्पीड़न से परेशान होकर पीड़िता ने एसएसपी हेमंत कुटियाल के सामने पेश होकर शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद एसएसपी ने प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए. सिविल लाइंस थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर आरोपित सिपाही कुलदीप तोमर, उसके पिता आत्माराम, मां सुशीला देवी, भाई रविंद्र सिंह के खिलाफ दहेज प्रताड़ना और मारपीट के मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है. जल्द ही मामले में पुलिस कार्रवाई शुरू कर देगी.