उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हिंदुओं की धार्मिक पुस्तक भगवतगीता पढ़ना एक मुस्लिम शख्स को भारी पड़ गया। हिंदुओं की धार्मिक किताब पढ़ने की वजह से दो युवकों ने उसकी जमकर पिटाई की। बताया जा रहा है कि दोनों युवक मुस्लिम समुदाय के ही थे। पीड़ित ने पुलिस को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि अलीगढ़ के शाहजमाल इलाके में रहने वाला दिलशेर गुरुवार की सुबह करीब 9 बजे ड्यूटी से लौटने के बाद अपने घर मे हिंदुओं की धार्मिक पुस्तक भगवतगीता पढ़ रहा था। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दिलशेर एक कारखाने में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करता है। पीड़ित दिलशेर ने आरोप लगाया है कि आरोपी समीर और जाकिर और कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने उन्हें पीटा और हिंदू धर्मग्रंथ रामायण और भगवत गीता को अपने साथ लेकर चले गए।
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बता दें कि पीड़ित दिलशेर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान बताया कि वो पिछले 38 सालों से इन धार्मिक किताबों को पढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि मैं एक मुस्लिम हूं, लेकिन मेरा धर्म अन्य समुदायों की पवित्र पुस्तकों को पढ़ने से प्रतिबंधित नहीं करता है।
वहीं, पुलिस ने इस मामले में संदिग्ध समीर और जाकिर और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 298 (धार्मिक भावनाएं आहत करना), 323 (मार-पीट और चोट पहुंचाना), 452 (गलत इरादों से घर में घुसपैठ), 504 (शांतिभंग की कोशिश) और 506 (आपराधिक कृत्य) के तहत दिल्ली गेट पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान एसपी सिटी अभिषेक ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है, आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।
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