मामला बिहार के मधेपुरा जिला के उदाकिशुनगंज अनुमंडल स्थित उपकारा का है. जहां शराब के नशे में धुत जेल अधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा ने ड्यूटी पर तैनात महिला सुरक्षाकर्मी के साथ छेड़खानी और दुर्व्यवहार किया. जेल अधीक्षक ने महिला सुरक्षाकर्मी के साथ पहले गाली-गलौज की और बाद में उसके साथ मरपीट भी की. नशे में धुत जेल अधीक्षक को देखकर लगता है कि बिहार में शराबबंदी कानून का सरकार के मुलाजिम ही मजाक उड़ा रहे है.
पीड़ित महिला सुरक्षाकर्मी ने लगाई न्याय की गुहार
सोमवार को सुबह पीड़ित महिला सुरक्षाकर्मी ने अनुमंडल पदाधिकारी समेत जिला के डीएम को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. इसके बाद हरकत में आए डीएम नवदीप शुक्ला ने त्वरित कार्रवाई की. तीन सदस्यीय टीम गठित कर एसडीएम एस.जेड. हसन की नेतृत्व में आरोपी जेल अधीक्षक का मेडिकल जांच कराया गया. जिसमें जेल अधीक्षक के नशे की पुष्टि हुई है और अल्कोहल की मात्रा लगभग 150 प्रतिशत थी. इस मामले में डीएम नवदीप शुक्ला ने तत्काल आरोपी जेल अधीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजने का आदेश दिया है. डीएम ने पीड़िता को भरोसा देते हुए कहा कि जांच रिपोर्ट के बाद जेल अधीक्षक पर विभागीय कार्रवाई होगी.
जेल अधीक्षक हुआ गिरफ्तार
मधेपुरा डीएम नवदीप शुक्ला ने के आदेश पर उदाकिशुनगंज उपकारा में ब्रेथ एनालाइजर से जेलर की जांच की गई. पीएसी प्रभारी डॉ. डीके सिंहा का कहना है कि जेलर ने शराब का सेवन किया था और इसकी मात्रा 149.05 प्रतिशत थी. आरोपी जेलर को गिरफ्तार कर पुलिस के हवाले कर दिया गया है. जिस जेल में कानून तोड़ने वाले सजा काटने आते हैं, वहीं के अधीक्षक ने कानून को तोड़ा है. यहां राज्य में जारी शराबबंदी कानून और सरकारी सिस्टम पर सवाल उठने लगा है.
जेल अधीक्षक ने कहा सब झूठ है
आरोपी जेल अधीक्षक भोला प्रसाद शर्मा ने अपने उपर लगे आरोप को बेबुनियाद बताते हुए खुद को पाक साफ बताया है. नशे में धुत जेल अधीक्षक का कहना है कि महिला सुरक्षाकर्मी टावर पर तैनात थी और मोबाइल से बात कर रही थी. जिसकी अनुमति जेल के अंदर नहीं है.